लखनऊ (मानवी मीडिया)प्रत्येक वर्ष के अनुसार, इस वर्ष भी 5100 पौधेरोपण का लक्ष्य निर्धारित कर, पहल वेलफेयर फाउंडेशन के सौजन्य से आज गौतमबुद्धनगर के विभिन्न स्थानों पर जैसेकि पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसाइटी के पास, इरॉस सम्पूर्णम सोसाइटी के समक्ष एवं गौर सौंदर्यम सोसायटी के पास वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
संस्था के अध्यक्ष डी.के. सिंह ने बताया कि एक प्रसिद्ध कहावत इस प्रकार है, “कल्पना कीजिए कि अगर पेड़ वाईफाई सिग्नल देते तो हम कितने सारे पेड़ लगाते, शायद हम ग्रह को बचाते। बहुत दुख की बात है कि वे केवल ऑक्सीजन का सृजन करते हैं”। कितना दुखद है कि हम प्रौद्योगिकी के इतने आदी हो गए हैं कि हम अपने पर्यावरण पर होने वाले हानिकारक प्रभावों की अनदेखी करते हैं। न केवल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल प्रकृति को नष्ट कर रहा है बल्कि यह हमें उससे अलग भी कर रहा है। अगर हम वास्तव में जीवित रहना चाहते हैं और शुद्ध हवा में अच्छे से जीवनयापन करना चाहते हैं तो अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने चाहिए। ऑक्सीजन देने और कार्बन डाइऑक्साइड को लेने के अलावा पेड़ पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं जिससे वायु शुद्ध और ताज़ी बनती है। जितने हरे-भरे पेड़ होंगे उतना अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन होगा और अधिक विषैली गैसों को यह अवशोषित करेंगे।
संस्था के महामंत्री अतेंद्र चौहान ने बताया कि प्रदूषण का स्तर गौतमबुद्ध नगर क्षेत्र में इन दिनों बहुत अधिक बढ़ रहा है। इससे लड़ने का एकमात्र तरीका अधिक से अधिक पेड़ लगाना है। उदाहरण के लिए पेड़ों से घिरे क्षेत्र, गांव और जंगल शुद्ध पर्यावरण को बढ़ावा देते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये कम प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्र हैं। दूसरी ओर शहरी आवासीय और औद्योगिक क्षेत्रों में खराब प्रदूषण और कम पेड़ों की संख्या के कारण ख़राब गुणवत्ता की वायु है।
आज के इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष डी.के. सिंह, संस्था के महामंत्री अतेंद्र चौहान, संस्था के उपाध्यक्ष अनिल प्रताप सिंह, ठाकुर किरणपाल सिंह, किशोर चातुर्वेदी, बलबीर सिंह चौहान, बिपिन चौहान, अंजूराघव, सागर लिंगा, आनंद सिंह, मनोज राजपूत मोना, सुशील कुमार सिंह, अनिरूद्ध चौहान, वानी चौहान, सत्यप्रकाश, मोमराज, अशुतोष सिंह, वकील अश्वनी पानी, शैलेश मिश्रा, राकेश, शैलेन्द्र, अशोक यादव, विपुल, ललित नारायण, राम सिंह, भीम यादव, हरेंद्र, राजीव कपूर, विवेक, अभिषेक, मुदित इत्यादि उपस्थित रहे।