कार्यक्रम का शुभारम्भ सहकारिता मंत्री द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि छात्रों/युवाओं से ही देश का भविष्य निर्धारित होता है। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये युवाओं को शिक्षित एवं कुशल होना आवश्यक है। उन्होने कहा कि आज का युग डिजिटल युग है। आज हम बिना टेक्नोलॉजी के प्रगति नहीं कर सकते है। उन्होने कहा कि टेक्नोलॉजी की ताकत को बढ़ाने तथा डिजिटल इण्डिया के उद्देश्य को सफल बनाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'डिजीशक्ति योजना' का शुभारम्भ किया। इस योजना के तहत पाँच वर्षों में 02 करोड़ छात्र/छात्राओं को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन वितरित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।
राठौर ने कहा कि हमारा देश टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बहुत आगे है। आज हमारा देश डिजिटल लेन-देन में अमेरिका से भी आगे है। हमारे देश के कई आई.टी. संस्थानों ने दुनिया में अपनी अलग पहचान बनायी है। आज हर क्षेत्र में ड्रोन की उपयोगिता बढ़ी है। इसलिये इंस्टीट्यूट में ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण देने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रदेश में रोजगार की कोई कमी नहीं है, बल्कि कुशल लोगों की कमी है। उन्होने कहा कि हमारी शिक्षा इस तरह की हो जिससे कुशल लोग तैयार हो। उन्होने सभी छात्रों को बधाई देते हुये उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होने आज आई.सी.सी.एम.आर.टी. के एम.बी.ए. के 135 छात्रों को टैबलेट तथा बी.बी.ए के 18 एवं बी.कॉम आनर्स के 30 छात्रों को स्मार्टफोन प्रदान किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने टैबलेट/स्मार्टफोन पाने वाले छात्र/छात्राओं को बधाई दी। उन्होने कहा कि यह केवल एक कम्यूनिकेशन टूल नहीं है बल्कि डिजिटल इण्डिया के उद्देश्य को पूरा करने का सशक्त माध्यम है। उन्होने बताया कि सरकार द्वारा 02 करोड़ छात्र/छात्राओं को टैबलेट/स्मार्टफोन देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से अब तक 20 लाख टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किये जा चुके है तथा इस वर्ष 35 लाख छात्रों को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किये जायेंगे।प्रमुख सचिव सहकारिता विभाग बी.एल.मीणा ने कहा कि जिन बच्चों को टैबलेट/स्मार्टफोन मिले है वो इसका उपयोग शिक्षा प्राप्त करने हेतु करे। छात्र इसके माध्यम से दुनिया की कोई भी जानकारी तत्काल प्राप्त कर सकते है।
इस अवसर पर सहकारिता विभाग के विभिन्न संस्थानों के प्रबन्ध निदेशक, आई.सी.सी.एम.आर.टी. के निदेशक आलोक दीक्षित सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।