गुवाहाटी : (मानवी मीडिया) नागालैंड पुलिस के शस्त्रागार से हथियार चुराने और उसे मणिपुर के लोगों तक पहुंचाने की कोसिश के आरोप में एक पुलिसकर्मी, चार नागरिकों और एक स्थानीय बंदूकधारी को गिरफ्तार किया गया है.
मणिपुर में महीनों से चली आ रही जातीय झड़पों में कम से कम 160 लोग मारे गए हैं. गिरफ्तार लोगों पर इंसास आटोमैटिक राइफलों और सेल्फ-लोडिंग राइफलों में इस्तेमाल होने वाले हजारों राउंड चुराने का आरोप है. चू-मौ-केडिया में एक केंद्रीय भंडार से गोला-बारूद की चोरी की जा रही थी.
माइकल यानथन के रूप में पहचाने जाने वाले पुलिस निरीक्षक को गोला-बारूद हासिल करने के लिए कथित तौर पर 4.25 लाख रुपये दिए गए थे.
नागालैंड के पुलिस महानिदेशक रूपिन शर्मा ने कहा, "इंस्पेक्टर स्टोर का प्रभारी था. उसने हथियार और गोला-बारूद चुराने में अपनी व्यक्तिगत क्षमता का उपयोग किया. इसमें साजिश का कोई पहलू नहीं पाया गया है. पुलिस स्थिति पर बहुत बारीकी से नजर रख रही है. हथियारों मणिपुर में लोगों को बेचे जाने थे."