उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद कार्यालय में पाठ्यक्रम समिति की बैठक बुधवार को हुई। बैठक में पूर्व मध्यमा, मध्यमा तथा उत्तर मध्यमा के विषयों के पाठ्यक्रम पर विचार विमर्श के बाद पाठ्यक्रम को स्वीकार करते हुए शिक्षण सत्र 2024 के लिए संशोधन और विकसित करने पर मुहर लगाई।
अध्यक्ष संस्कृत भारतीय की अध्यक्षता में हुई बैठक में संस्कृत विद्यालयों मे कर्मकांड, ज्योतिष, वास्तुशास्त्र एवं योग विज्ञान में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालन के लिए शासन स्तर से मंजूरी मिलने के बाद विद्यालयों को मान्यता दिए जाने की अनुमति का निर्णय लिया गया।
नव पाठ्यक्रम के अनुरूप विद्यालयों द्वारा प्रेषित विषय विकल्पों को भी स्वीकृत दी गई। हिन्दी नये पाठ्यक्रम अनुसार एक ही प्रश्न पत्र में दो भागों क और ख मे समान अंकों के साथ कराएं जाएंगे साथ ही अनिवार्य संस्कृत, संस्कृत शास्त्र, संगीत विषय मे सौ पूर्णांक का एक ही प्रश्न पत्र निर्धारित करने निर्णय किया गया।
इसके साथ ही नई शिक्षा नीति 2020 के सभी बिन्दुओं पर सहमति पाठ्यक्रम समिति ने दी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद प्रदेश मे जल्दी ही उत्तरप्रदेश संस्कृत प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन जनपद स्तर पर करेगा। जिसमें सफल 2000 प्रतियोगियों को छात्रवृति देने का निर्णय लिया गया।