लखनऊ : (मानवी मीडिया) स्थानांतरण सत्र समाप्त होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग में तबादले हो रहे हैं। यह तबादले संगठन के पदाधिकारियों के किये जा रहे हैं। आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग ने बदले की भावना से पदाधिकारियों के तबादले किये गये हैं।
दरअसल, स्थानान्तरण नीति-2023 का विरोध कर्मचारी लंबे वक्त से कर रहे थे। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी इसके विरोध में थे। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद और कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा की तरफ से भी स्थानान्तरण नीति-2023 का विरोध किया गया था। साथ ही उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से इस मामले में कर्मचारी संगठनों ने नई स्थानान्तरण नीति पर रोक लगाने की अपील भी की थी।
विशेषकर उस नीति पर जिसमें संगठन के पदाधिकारियों का स्थानान्तरण किये जाने की बात हो रही थी। इस पर उपमुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के चलते किसी भी पदाधिकारी का स्थानान्तरण नहीं हुआ था, लेकिन स्थानान्तरण का समय समाप्त होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बदले की भावना से संगठन के अध्यक्ष और मंत्री का स्थानांतरण कर दिया है। रायबरेली,हरदोई, बलरामपुर,श्रावस्ती जिलों में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों के तबादले किये गये हैं। यह सभी कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी हैं।
इस पर कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वीपी मिश्रा ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से आग्रह किया है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दें कि स्थानांतरण सत्र के समाप्त होने के बाद किए गए स्थानांतरण को निरस्त कराएं । जिससे आपसी सामंजस्य बना रहे वरना आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी।