लखनऊ : (मानवी मीडिया) उप्र. विधानमंडल का मानसून सत्र 7 से शुरु होकर 11 अगस्त तक चलने की उम्मीद है। सत्र शुरु होने से पहले ही राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के एनडीए का साथी बन जाने और सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए दारा सिंह चौहान को मंत्री बनाने के साथ मंत्रिमंडल के विस्तार पर बीते शुक्रवार को दिल्ली में मंथन भी हुआ है।
मंत्रिमंडल विस्तार के अलावा दारा सिंह के इस्तीफे से खाली हुई मऊ जिले की घोसी सीट और बसपा सांसद अफजाल अंसारी की सदस्यता रद्द होने से खाली हुई गाजीपुर लोस सीट पर उप चुनाव को लेकर भी भाजपा हाईकमान के साथ प्रदेश नेतृत्व की चर्चा हुई। इस बात पर मंथन किया गया कि आने वाले लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी किसे अपना चेहरा बनाए।
मालूम हो कि ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा अब एनडीए का हिस्सा हैं। इसके अलावा सपा के विधायक दारा सिंह चौहान भी सपा से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। धर्म सिंह सैनी समेत कुछ और नेता भी भाजपा के पाले में आ चुके हैं। दरअसल, सुभासपा के एनडीए में शामिल होने के बाद अब दबाव इस बात का भी है कि विधानमंडल के मानसून सत्र से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार कर ओमप्रकाश राजभर को मंत्री बनाया जाए।
सुभासपा सदन में सरकार में सहयोगी के रूप में मौजूद रहना चाहती है। दारा सिंह चौहान को भी मंत्री बनाया जाना है। सत्तारूढ़ दल के नेताओं की मंशा है कि बतौर मंत्री दारा सिंह घोसी से उप चुनाव लड़ें जिससे चुनाव में पार्टी को राजनीतिक लाभ मिले। हालांकि सूत्रों के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार एक में जलशक्ति मंत्री रहे महेंद्र सिंह, पूर्व एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा समेत सरकार के युवा विधायक भी मंत्री बनने की लाईन में हैं।