वाराणसी (मानवी मीडिया) ज्ञानवापी मस्जिद मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक बयान सोमवार को सामने आया है. सीएम योगी ने एक इंटरव्यू में कहा कि, ‘ज्ञानवापी को अगर मस्जिद कहा जाएगा तो विवाद बढ़ेगा.’ सीएम योगी के इस बयान के सामने आने के बाद सियासी गहमागहमी काफी बढ़ गई है. अब इस पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जवाब दिया है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम योगी सांप्रदायिकता फैलाने का काम कर रहे हैं.
औवेसी ने किया पलटवार
ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ के इस बयान को संविधान के खिलाफ और विवादित बताया. उन्होंने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री इस बात को जानते हैं कि इलाहाबाद हाई कोर्ट में ASI सर्वे के बारे में मुस्लिम पक्ष ने मुखालफत की है और जजमेंट आने वाला है. इसे देखते हुए उन्होंने कंट्रोवर्शियल बयान दिया है.
प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट भी है. कई बौद्ध समाज के प्लेसेज ऑफ वर्शिप को बदल दिया गया. उसको भी चेक कराएंगे क्या. आप सीएम हैं कानून को फॉलो करिए. मुसलमानों को दबाना चाहते हैं, जिस जगह पर 400 साल पहले मस्जिद है आप इसे दबाना चाहते हैं. मथुरा में हिंदू समाज ने समझौता किया फिर भी नहीं मानते. ये इनकी कम्युनल पॉर्टी का हिस्सा है.’