आगरा : (मानवी मीडिया) नकली दवाओं की फैक्ट्रियों में छापे की कार्रवाई के बाद जाे जानकारी सामने आई है, उससे औषधि विभाग के साथ ही पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। बिचपुरी की फैक्ट्री में एल्प्रासेफ और एल्जोसेफ की ढाई लाख गोलियाें का उत्पादन किया किया जा रहा था। जिन्हें विजय गोयल अपने नेटवर्क के माध्यम से स्थानीय बाजार और राज्यों के अलावा बांग्लादेश में खपा रहा था।
वहीं, सिकंदरा की फैक्ट्री में बन रहे नकली कफ सिरप को असली बार कोड में बेचा जा रहा था। औषधि विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं कि नकली कफ सिरप पर असली बार कोड कैसे आया। रैकेट के सरगना विजय गोयल की गिरफ्तारी के बाद इस रहस्य से पर्दा उठ सकेगा। पुलिस ने छापे में आठ लाख रुपये भी बरामद किए हैं।
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि नकली दवाओं की फैक्ट्री पर छापे में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़ी गई नकली दवाओं की फैक्ट्री का सरगना विजय गोयल है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
बिचपुरी में नरेंद्र शर्मा विजय गोयल की साझीदारी में नकली दवाओं की फैक्ट्री चला रहा था। यहां पर एल्प्रासेफ और एल्जोसेफ की नकली गोलियां बनाई जाती थीं। यहां लगी मशीनों की उत्पादन क्षमता 12 घंटे में ढाई से लाख टेबलेट बनाने की थी। छानबीन में पता चला कि यहां 12 घंटे से अधिक काम होता था।
नरेंद्र शर्मा ने पूछताछ में बताया कि उसका काम सिर्फ माल तैयार करना था।