लखनऊ : (मानवी मीडिया) राजधानी के बालू अड्डा और 1090 चौराहे के बीच सैकड़ो लोग झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहते थे। शुक्रवार को उनके आशियाने पर नगर निगम का बुलडोजर चला। देखते ही देखते सैंकड़ों लोग बेघर हो गये। वहीं नगर निगम ने इसे ग्रीन बेल्ट पर हुये अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान बताया है।
दरअसल, बालू अड्डा चौराहे पर आज नगर निगम ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में चलाये गये इस अभियान में दर्जनों झोपड़ियों को तोड़ा गया है। इस दौरान नगर की टीम को विरोध का भी सामना करना पड़ा। सुनीता पाल नाम की महिला को पुलिस ने विरोध करने पर हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उस महिला को छोड़ दिया गया।
नगर निगम के टैक्स सुप्रीटेंडेंट बनारसी दास ने बताया कि यह लोग गोमती नदी के किनारे स्थित ग्रीन बेल्ट में अवैध रूप से झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। इन्हें यहां से हटने के लिए नोटिस दी गई थी, लेकिन नोटिस को नजरअंदाज किया गया। जिसके बाद आज अभियान चलाकर इस अतिक्रमण को तोड़ा गया है।
वहीं स्थानीय निवासी सुनीता पाल ने इसे गरीबों के खिलाफ अभियान बताया है। पीड़ित महिला की झोपड़ी भी तोड़ी गई है। महिला का आरोप है कि वह यहां पर करीब 18 सालों से रह रही थी। इस दौरान बिजली कनेक्शन भी लिया गया था। सारे कागजात भी इसी पते पर बनाये गये थे, उसके बाद भी इस जगह को अवैध बताया जा रहा है। सुनीता पाल की मानें तो उनकों कोई नोटिस भी नहीं दी गई और उनकी झोपड़ी तोड़ दी गई।