प्रयागराज (मानवी मीडिया)-कई बार हमारे सामने ऐसी घटनाएं घटित होती हैं जोकि सबको हैरान कर देती हैं। ऐसी ही हैरानीजनक घटना यहां घटित हुई है। प्रतापगढ़ कुंडा निवासी प्रवीण कुमार शुक्ला की पत्नी ने 7 माह पहले एक बेटे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद मां की माैत हो गई और बच्चे के पेट में दिक्कत का पता चला। दिक्कत इतनी ज्यादा थी कि 7 माह में बच्चे का पेट इतना फूल गया कि उसका वजन 8 किलोग्राम हो गया। चिल्ड्रन अस्पताल में बच्चे की सिटी स्कैनिंग हुई तो पता चला कि बच्चे के पेट में एक और भ्रूण पल रहा है। यह भ्रूण अर्धविकसित मेल था।
मोतीलाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज के सरोजनी नायडू चिल्ड्रन अस्पताल के डॉक्टरों ने 4 घंटे तक चले ऑपरेशन कर 7 माह के बच्चे के पेट से भ्रूण को निकाला और अब बच्चा सकुशल है। डाक्टर भ्रूण को देख खुद हैरान हुए क्योंकि उसमें हाथ पैर और बाल विकसित हो रहे थे। उस मृत भ्रूण का वजन लगभग 2 किलोग्राम के आसपास का था। सफल ऑपरेशन करने वाले टीम लीडर डॉ. डी कुमार के अनुसार ऐसा मामला बहुत कम देखने को मिलता है। संभवत: पूरी दुनिया में ऐसे 200 मामले हो चुके हैं। प्रयागराज में और उनके अब तक के चिकित्सीय जीवन में यह पहला ऑपरेशन है। यह एक तरह की बीमारी है, जिसे फीटस इन फीटस कहते हैं। फीटस इन फीटस नामक बीमारी गर्भवती के पेट में अंडों से बच्चे बनते हैं। अंडों में कभी-कभी स्पर्म होने से जुड़वा बच्चे बन जाते हैं।