लखनऊ : (मानवी मीडिया) जेएसवी समूह पर छापे के दौरान 60 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी सामने आ रही है। जांच में पाया गया है कि जेएसवी समूह का अधिकतर कारोबार नकद में हो रहा था।
इसका हिसाब रखने के लिए अलग रजिस्टर और खाते थे। शनिवार को आयकर विभाग का सर्च ऑपरेशन पूरा हो गया। शाम को कारोबारियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज करने के बाद आयकर अधिकारी लौट गए। पड़ताल में 60 करोड़ से अधिक रुपये की टैक्स चोरी की बात सामने आ रही है।
ऑटो इंडस्ट्री से लेकर रियल एस्टेट तक पूरा खेल नकद पर किया जा रहा था। आयकर टीम के पूछे जाने पर मालिक और कर्मचारी जवाब नहीं दे सके। पड़ताल में सामने आया कि अधिकतर काम नकद पर किया जा रहा है।
ऑटो मोबाइल डीलर के सर्विस सेंटरों पर भी नकद को ही वरीयता दी जा रही थी। जेएसवी समूह द्वारा नोटबंदी के दौरान भारी मात्रा में नोट बदलवाए और जमा करवाए गए थे। गैलेंट समूह पर हुई छापेमारी में फिर इसी समूह का नाम सामने आ गया।