उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) मेरठ में संचालित लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में बने सुपरस्पेशल्टी डिपार्टमेंट में अब मरीजों को आधुनिक सुविधाओं के बीच उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है. इसी कड़ी में पहली बार वीएसडी यानी कि वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट यानी कि एक बच्ची के दिल में छेद बना हुआ था,
जिसका उपचार डिवाइस के माध्यम से किया गया. सुपरस्पेशल्टी विभाग में संचालित हृदय रोग विभाग के सहायक आचार्य शशांक पांडे ने बताया कि इस प्रकार के डिफेक्ट आमतौर पर ओपन हार्ट सर्जरी के द्वारा ही बंद किए जाते हैं. बिना चीरे के रक्तनालिकाओं द्वारा डिवाइस के माध्यम से बंद करना तकनीकी रूप से मुश्किल होता है.
लेकिन मेडिकल कॉलेज में नई तकनीक का उपयोग करते हुए डॉक्टर सीबी पांडे, डॉक्टर सुभाष दहिया सहित उनकी टीम द्वारा इस में सफलता हासिल की गई है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती 2 साल की आराध्या के दिल के डिफेक्ट को रक्तनालिकाओं द्वारा डिवाइस के माध्यम से बंद किया गया और बच्ची पूर्णतया स्वस्थ है.