मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तलाशी के दौरान आरोपी साहिल पाल के ठिकानों से एक करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई। सीबीआई ने कहा कि क्रिप्टो धोखाधड़ी में शामिल दिल्ली स्थित आरोपी के खिलाफ 11 मई को मामला दर्ज किया गया था। आरोप लगाया गया था कि आरोपी कनाडा के सरकारी अधिकारियों के रूप में अपनी धोखाधड़ी की गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
अधिकारी ने कहा कि उनकी कार्यप्रणाली में बिना सोचे-समझे पीड़ितों को फर्जी तकनीकी सहायता परामर्श प्रदान करना और फिर उन्हें क्रिप्टोकरेंसी फंड ट्रांसफर करने के लिए मजबूर करना शामिल था। गलत तरीके से अर्जित की गई इन क्रिप्टोकरेंसी परिसंपत्तियों को बाद में कई क्रिप्टो वॉलेट के जरिए से भेजा गया, जो अंतत अपराधियों के अपने क्रिप्टो खातों में समाप्त हो गईं। अधिकारी ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है।