लखनऊ: (मानवी मीडिया)समस्त विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं तथा जन प्रतिनिधियों के सहयोग से वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत दिनांक 22.07.2023 को एक ही दिन 30 करोड़ पौधों का रोपण किया गया है। इसी क्रम में कल 28 जुलाई को प्रदेश के बीहड़ वन क्षेत्रों के दुरूह (पदंबबमेपइसम) क्षेत्रों में प्रायोगिक तौर पर ड्रोन सीडिंग तकनीकी से रोपण कराने का कार्य कराया जायेगा। ड्रोन सीडिंग का कार्य वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ अरूण कुमार सक्सेना द्वारा हरी झंडी दिखाकर प्रारम्भ कराया जायेगा।ड्रोन सीडिंग तकनीकी से रोपण कार्य कराये जाने के लिए फिरोजाबाद वन प्रभाग के जलालपुर वन ब्लॉक तथा आगरा वन प्रभाग के धौर्रा वन ब्लॉक का चयन किया गया है। ड्रोन सीडिंग हेतु स्थानीय प्रजातियां जैसे-नीम, खैर, चिलबिल, शीशम, बबूल आदि के बीज का रोपण कराया जायेगा। ड्रोन सीडिंग तकनीक के माध्यम से प्रत्येक प्रजातियों के बीज के सीड बॉल तैयार किये गये हैं जिनको ड्रोन की सहायता से बीहड़ वन क्षेत्रों के दुरूह (पदंबबमेपइसम) क्षेत्रों में बिखेरा जायेगा।
प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा पर्यावरण एवं पारिस्थितिकीय संतुलन बनाये रखने हेतु व्यापक जन आन्दोलन के माध्यम से वृक्षारोपण कर हरित आवरण में वृद्धि करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। वर्ष 2023-24 के वर्षाकाल में प्रदेश के 85 शासकीय विभागों तथा जन सामान्य के सहयोग से वन भूमि, सामुदायिक भूमि व अन्य राजकीय भूमि, कृषि एवं अन्य निजी भूमि पर 35 करोड़ पौधों का रोपण कराया जा रहा है।