लखनऊ : (मानवी मीडिया) सपा प्रमुख व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने PDA के फॉर्मूले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इससे जुड़े। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि पीडीए पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के शोषण के खिलाफ उपजी हुई एक एकता है, जिसमें हर वर्ग के लोग शामिल हैं।
दरसअल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गईं हैं। ऐसे में भाजपा को टक्कर देने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को पार्टी से जोड़ने की एक कवायद शुरू की है जिसका नाम उन्होंने पीडीए दिया है।
जानें क्या है PDA फॉर्मूला?
दरअसल सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा सरकार को टक्कर देने के लिए एक नया 'PDA' फार्मूला तैयार किया है। जिसके दम पर वह लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को चुनौती देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि, "इस बार लोकसभा चुनाव में वो P यानी पिछड़े, D यानी दलित और A यानी अल्पसंख्यकों के सहारे NDA को हराएंगे।"