लखनऊ : (मानवी मीडिया) एक्टर मनोज बाजपेयी मंगलवार को लखनऊ पहुंचे। वे अपनी आने वाली फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी हैं' के प्रमोशन के सिलसिले में यहां आए हैं। वे दोपहर में नेशनल पीजी कॉलेज पहुंचे। उन्होंने यहां स्टूडेंट्स से बातचीत की और करियर गाइडेंस के टिप्स दिए।
मनोज बाजपेयी ने अपने संघर्ष और सीखने के दिनों के बारे में छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मेहनत जारी रखें। कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलती है।
मनोज बाजपेयी ने बताया कि जिस तरह से उनकी फिल्म में 'एक बंदा ही काफी है'। उसी तरह से उत्तर प्रदेश में एक महाविद्यालय नेशनल पीजी कालेज ही काफी है। इस फिल्म के माध्यम से बताया गया है कि पहले हमे एक लक्ष्य बनाना चाहिए फिर उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जुट जाना चाहिए।
पढाई में हमारे जो भी सब्जेक्ट है उसके अलावा हमें एक एक्सट्रा सब्जेक्ट मानकर चलना चाहिए जो कि 'कम्पटीशन' है तभी हम आगे जाकर सफलता हासिल कर सकेंगे।
बचपन से ड्रामा का था शौक
उन्होंने बताया कि उनका बचपन से ही ड्रामा में जाने का शौक था। जिसके लिए उन्होंने इससे संबधित विद्या की बारिकियों को सीखा जिसने उनके टैलेंट को और निखारा। साथ ही उनका कहना था कि आज के समय की मांग है कि हर विद्यार्थी को अपना स्किल डेवलपमेंट मजबूत करना चाहिए।
उनका बताया कि वे हिन्दी मीडियम के छात्र थे लेकिन बड़े शहरों मे अपनी जगह बनाने के लिए उन्होंने इंग्लिश सीखने की ओर जोर दिया और भाषा सीखी और अपनी एक अलग पहचान बनाई।