कौशाम्बी.. (मानवी मीडिया)पुलिस अधीक्षक पर लगे झूठे आरोप का हुआ पर्दाफाश, आरोप लगाने वाली महिला ने दिया बयान कि काम से निकाल दिये जाने से आवेश मे आकर लगाया था झूठा आरोप....महिला ने तो मीडिया के सामने आकर सार्वजनिक रूप से अपनी गलती स्वीकार कर ली किन्तु अन्दाजा लगाइये कि आरोपों के बीच एक ईमानदार और धार्मिक पृवत्ति के कर्मठ अधिकारी ने किस पीडा़ से पूरा एक दिन व्यतीत किया होगा... महिला ने भले ही अपने पीछे किसी का हाथ होने से इंकार किया हो किन्तु कौशाम्बी के अपराध सूत्रों की माने तो इन आरोपों के पीछे अवैध खनन करने वाले माफियाओं और अतीक अहमद के गुर्गों का हाथ है।गौरतलब है कि पिछले दो महीने से ताबडतोड कारवाई करके पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने जिले मे ओवरलोडिंग, रायल्टी चोरी व अवैध खनन करने वाले माफियाओं व अतीक अहमद से जुडे अपराधियों की कमर तोडकर रख दी है।जिससे उन माफियाओं और अपराधियों से जुडे चन्द सफेदपोश येन केन प्रकाणेन बृजेश श्रीवास्तव को कौशाम्बी से हटाना चाहते हैं।कौशाम्बी सहित प्रयागराज जोन के जिलों का इतिहास रहा है कि जिस भी पुलिस अधिकारी ने खनन माफियाओं के सिण्डीकेट पर हाथ डालने की कोशिश की है उसका नुकसान हुआ है।
महिलायों ने इसको मात्र एक हत्यार बना लिया है,पूर्व में दहेज प्रथा के क़ानून में जिस प्रकार बनाया जाता था,माo न्यायालय द्वारा इस क़ानून का दुरुपयोग करने वाली महिलायों पर सख़्त सजा तथा जुर्माने का प्रवधान करना चहिये.