लखनऊ : (मानवी मीडिया) राजधानी स्थित बसपा कार्यालय में बुधवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर, कांशीराम और मायावती की लगी मूर्तियां अपने स्थान पर नहीं हैं। अपने स्थान पर मूर्तियों के न होने से यह चर्चा का विषय बन गया है। मूर्तियां कहां गई हैं इस बात पर भी कयास लगाये जा रहे हैं। आम चर्चा यह है कि मूर्तियां मायावती के आवास पर ले जाई गई हैं।
हालांकि इस बात की पुष्टि करने वाला कोई नहीं है। बताया जा रहा है कि विशेष दिवस पर महापुरुषों पर पुष्प अर्पित करने के लिए मायावती को बीएसपी कार्यालय पहुंचना पड़ता था। हालांकि यह बात भी महज कयास ही हैं। इस पर कुछ भी साफ तौर पर नहीं कहा जा रहा है।
जानकारों की माने तो बीएसपी कार्यालय में डॉ. भीमराव आंबेडकर, कांशीराम के साथ मायावती ने अपनी मूर्तियों लगाकर पूरे दलित समाज की नेता बताने की कोशिश की गई थी। जो आगे चलकर सही साबित भी हुई है, लेकिन पिछले दिनों हुये चुनावों में यह रणनीत कमजोर साबित होती दिखाई पड़ी है।