उत्तर प्रदेश (मानवी मीडिया) मुजफ्फरनगर में लव जिहाद के विरोध में दारुल उलूम देवबंद से फतवा जारी कराने जा रहे क्रांति सेना के पदाधिकारियों को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. इसके बाद क्रांति सेना ने ये एलान किया कि अगली बार 500 लोगों का प्रतिनिधिमंडल देवबंद जाएगा. क्रांति सेना के महासचिव मनोज सैनी और जिलाध्यक्ष मुकेश त्यागी को पुलिस ने नजरबंद किया.
वहीं सहारनपुर पुलिस ने भी क्रांति सेना के पदाधिकारियों को घर में ही नजरबंद कर रखा है. थाना सिविल लाइन पुलिस ने भी कार्यालय पर मौजूद सभी पदाधिकारियों को नजरबंद कर पहरेदारी कर रही है.
क्रांति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित मोहन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को क्रांति सेना का एक प्रतिनिधिमंडल मुजफ्फरनगर से दारुल उलूम देवबंद में जाकर लव जिहाद के विरोध में एक फतवा जारी कराने की मांग करने की थी. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण था और प्रशासन की जानकारी में था.
देवबंद के उलेमाओं ने भी समय दे रखा था. ललित मोहन शर्मा ने कहा कि आज जिस तरह से जिला प्रशासन ने क्रांति सेना के पदाधिकारियों को हाउस अरेस्ट करके कार्रवाई की है, यह बहुत ही निराशाजनक और निंदनीय है.
'लव जिहाद का मुद्दा भयावह रूप ले चुका है'
ललित मोहन शर्मा ने बताया कि क्रांति सेना के पश्चिमी प्रदेश के महासचिव मनोज सैनी, सहारनपुर में क्रांति सेना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष योगेंद्र सिरोही, सहारनपुर जिलाध्यक्ष नीरज रोहिल्ला, मुजफ्फरनगर शिव सेना जिला अध्यक्ष मुकेश त्यागी और वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुज चौधरी सहित कई पदाधिकारियों को पुलिस ने नजरबंद किया है.
इसके अलावा अन्य पदाधिकारियों के घरों पर पुलिस ने दबिश देकर डराया हुआ है और पुलिस घर पर बैठी हुई है. उन्होंने कहा हमारा शांतिपूर्ण जाने का कार्यक्रम था, जिसे पुलिस प्रशासन ने धींगा मस्ती के बल पर हमारे लोगों को जाने से रोका है. इस मुद्दे पर क्रांति सेना बड़ा आंदोलन करेगी, क्योंकि लव जिहाद का मुद्दा भयावह रूप ले चुका है. उन्होंने कहा कि एक महीने के अंदर दर्जनों युवतियों की हत्या हो गई है.