लखनऊ:( मानवी मीडिया)मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में हीट वेव (लू) की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियांे को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिनों से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भीषण गर्मी तथा लू का प्रकोप देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में आमजन, पशुधन तथा वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक स्तर पर पुख्ता प्रबन्ध किए जाएं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हीट वेव (लू) के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए। बीमारी की स्थिति में हर किसी को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराएं। अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में हीट वेव से प्रभावित लोगों का तत्काल इलाज किया जाए। राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ का संचालन एक पुनीत कार्य है। गोवंश, श्वान आदि के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पानी एवं छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी एवं दाना रखने के लिए आमजन को जागरुक करें। सभी नगर निकायों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। बाजार में तथा मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो। इस कार्य में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए। पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। शहरों में पेयजल की आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप की जाए। सभी हैण्डपम्प को क्रियाशील रखा जाए एवं ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारु संचालन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भीषण गर्मी के बीच पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। सभी प्राणि उद्यानों तथा अभ्यारण्यों में हीट वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। पशुओं को हीट वेव की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों। गोशालाओं में पशुधन के चारे और पानी की उचित व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेज गर्मी का मौसम है एवं लू चल रही है। ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती न हो। जरूरत हो तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफाॅर्मर जलने अथवा बिजली के तार टूटने जैसी समस्याओं का अविलम्ब निस्तारण किया जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेनशर्मा, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार एवं राहत आयुक्त प्रभु नारायण सिंह उपस्थित थे।