भारतीय टीम के हारने के जानिए पांच बड़े कारण, फिर भी टीम को मिलेंगे करोड़ रूपए - मानवी मीडिया

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Sunday, June 11, 2023

भारतीय टीम के हारने के जानिए पांच बड़े कारण, फिर भी टीम को मिलेंगे करोड़ रूपए


नई दिल्ली(मानवी मीडिया)- भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सूखा खत्म नहीं कर पाई। भारत को रविवार को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया। भारत ने 2013 के बाद से कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। इस बार उसके पास मौका था कि वह इस सूखे को खत्म कर दे लेकिन ऐसा हो नहीं सका। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सपने को तोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया ने ये मैच 209 रनों से जीता। टीम इंडिया इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के आगे बेदम दिखी और आधितकतर मौकों पर ऑस्ट्रेलिया ही भारत पर हावी रहा।

फाइनल में शर्मनाक हार के बावजूद भारत को 6.5 करोड़ रुपये मिलेंगे। जबकि चैंपियन टीम यानी ऑस्ट्रेलिया को भारत के मुकाबले डबल राशि मिलेगी। ऑस्ट्रेलिया WTC Final 2023 की चैंपियन रही और इनामी राशि के तौर पर उसे सबसे ज्यादा 13.2 करोड़ रुपये मिलेंगे। आईसीसी 31, 39,42, 700 रुपये को 9 टीमों में बांटेगी। तीसरे स्‍थान पर रहने वाले साउथ अफ्रीका को 3,71,78,325 रुपये , इंग्‍लैंड को 2,89,16,475 रुपये, श्रीलंका को 1,65,23,700 रुपये मिलेंगे। जबकि न्‍यूजीलैंड, पाकिस्‍तान, वेस्‍टइइंडीज और बांग्‍लादेश सभी को 82-82 लाख रुपये के करीब मिलेंगे।

भारत की हार के पांच बड़े कारण

ट्रेविस हेड का धमाकेदार शतक

फाइनल मैच के पहले दिन जब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था तो कई क्रिकेट समीक्षकों ने इस पर सवाल उठाए थे। ओवल की पिच भले ही हरी दिख रही थी लेकिन आसमान में खिली धूप बल्लेबाजी के लिए अच्छे हालातों का संकेत देख रही थी और ये बात सही साबित हुए जब ट्रेविस हेड ने पहले दिन शानदार शतकीय पारी खेली। हेड ने टेस्ट करियर का पांचवां शतक लगाया और स्टीव स्मिथ के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 285 रन की साझेदारी बनाई। हेड की 174 रन पर खेली 163 रन की पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने पहली बारी में 469 रन का स्कोर खड़ा किया। हेड के शतक ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सबसे बड़ा अंतर पैदा किया और आखिर में यही ऑस्ट्रेलिया की जीत का सबसे बड़ा कारण बनी। हेड को प्लेयर ऑफ दे मैच का खिताब मिला।

भारत का शीर्ष क्रम एक बार फिर फ्लॉप

ऑस्ट्रेलिया के विशाल स्कोर के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया को अपनी शीर्ष चार बल्लेबाजों से बड़े स्कोर की उम्मीद थी लेकिन दोनों ही पारियों में ऐसा नहीं हो पाया। रोहित शर्मा ने पहली पारी में 15 रन बनाए और जब दूसरी पारी में वो 43 रन बनाकर अच्छी लय में दिख रहे तो रोहित लियोन के खिलाफ स्वीप शॉट खेलने की कोशिश में आउट हुए। टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली भी पहली पारी में मात्र 14 रन बनाकर आउट हुए और दूसरी पारी लक्ष्य का पीछा करते हुए वो 49 रन पर कैच आउट हुए।

भारतीय टीम को सबसे ज्यादा उम्मीद चेतेश्वर पुजारा से थे जो कि पिछले दो महीनों से इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे लेकिन पुजारा पहली पारी में 14 और दूसरी में 27 रन बनाकर आउट हो गए। भारत के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल थोड़ा बदकिस्मत रहे क्योंकि पहली पारी में स्कॉट बोलैंड ने उन्हें पलक छपकने तक का मौका नहीं दिया और 13 रन पर बोल्ड कर पवेलियन वापस भेजा। वहीं दूसरी पारी में गिल बोलैंड के ही ओवर में कैमरून ग्रीन के हाथों कैच आउट हुए, हालांकि इस कैच को लेकर काफी वाद-विवाद हुआ लेकिन आखिर में गिल को 18 रन बनाकर पवेलियन लौटना पड़ा।

स्कॉट बोलैंड की शानदार गेंदबाजी

टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल शुरू होने के पहले एक खिलाड़ी के नाम को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही थी और वो नाम था- स्कॉट बोलैंड। 34 साल के बोलैंड ने भले ही अपने टेस्ट डेब्यू में देर की हो लेकिन उन्होंने कम समय में अपनी शानदार गेंदबाजी से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी है। बोलैंड की लगातार चौथे-पांचवें स्टंप की लाइन पर गेंदबाजी करने की क्षमता उन्हें खतरनाक बनाती है, उनकी निरंतरता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। और ये भारत के खिलाफ मैच में भी साबित हुआ जहां बोलैंड ने पांच विकेट हासिल किए। पहली पारी में बोलैंड ने गिल और श्रीकर भरत के विकेट लिए लेकिन असली कमाल उन्होने दूसरी पारी में दिखाया जब बोलैंड ने गिल के साथ विराट कोहली और रवींद्र जडेजा के विकेट हासिल किए।

ऑस्ट्रेलिया की शानदार फील्डिंग

गेंदबाजी और बल्लेबाजी के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में कमाल की फील्डिंग की। इसका पता इसी बात से चलता है कि ऑस्ट्रेलिया ने 20 में से 13 विकेट कैच आउट डिसमिसल की मदद से लिए। ज्यादातर कैच स्लिप कॉर्डन में रहे जिसके पीछे विकेटकीपर एलेक्स कैरी के साथ कैमरून ग्रीन और स्टीव स्मिथ का हाथ था। स्मिथ ने 3, ग्रीन ने 2 और कैरी ने कुल 6 कैच पकड़े।

रोहित शर्मा ने जब फाइनल मैच की प्लेइंग इलेवन का ऐलान किया तो सबसे ज्यादा हैरान करने वाला फैसला था सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का बाहर होना। आमतौर पर इंग्लैंड के हालातों में हर टीम तेज गेंदबाजों के प्राथमिकता देती है लेकिन भारतीय टीम के लिए उनके स्पिन गेंदबाज उनकी सबसे बड़ी ताकत रहे हैं। और ऐसा भी नहीं था कि ओवल में हालात स्पिन के लिए बिल्कुल भी मददगार नहीं था। ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन ने इसी पिच पर चार विकेट हॉल लिया है।

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