जम्मू-कश्मीर (मानवी मीडिया) 22 मई से G-20 की बैठक शुरू होने वाली है. श्रीनगर आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों के लिए स्वागत की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह पहला मौका है कि वहां अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की कोई बड़ी बैठक हो रही है.
जम्मू-कश्मीर में होने वाले इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. कश्मीर की बदली हुई तस्वीर इस समिट के जरिए पूरी दुनिया देखेगी. वहीं कश्मीर में जी-20 को त्यौहार के तौर पर लिया जा रहा है. आम जनता में इसे लेकर काफी खुशी का माहौल है.
पर्यटन के क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
आम जनता का इसे लेकर कहना है कि यह उनके लिए खुशकिस्मती की बात है, क्योंकि पूरे विश्व के गिने चुने देशों के प्रतिनिधि यहां आएंगे. जी-20 का मकसद पर्यटन को बढ़ावा देना और दहशतगर्दी को खत्म करना है. वहां की आवाम का मानना है
कि इससे पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा. पूरे विश्व से लोग यहां घूमने के लिए आएंगे. वहीं एक नागरिक का कहना था कि यहां आने वाले मेहमान वापस जाकर कश्मीर की खूबसूरती के बारे में दूसरों को बताएंगे जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. पर्यटकों का आगमन बढ़ जाएगा. जिससे बेरोजगारी में कमी आएगी. सरकार तेजी से विकास कार्य कर रही है. जो व्यापार खत्म हो गया है वह भी सही हो जाएगा.
श्रीनगर में हुआ तेजी से विकास
कश्मीर की आवाम का कहना है कि जी-20 का प्रोग्राम बहुत ही अच्छा है. गांवो में तरक्की हो जाएगी. बेरोजगारों को रोजगार मिलने के आसार हैं. कश्मीर में खुशहाली और अमन आएगा. रोजगार की सुविधा कश्मीर के नौजवानों को मिलेगी.
हालात ठीक हैं तभी जी-20
वहीं एक शख्स ने कश्मीर के हालात और जी-20 को लेकर कहा कि, “हालात ठीक हैं तभी जी 20 का आयोजन हो रहा है. इससे राज्य में टूरिस्ट बढ़ेगें. पूरे संसार को पता चलेगा की हालात ठीक हैं. श्रीनगर बदल चुका है. वहां काफी विकास हुआ है. हम इसका दिल की गहराईयों से स्वागत करते हैं.”