नई दिल्ली( मानवी मीडिया): पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को आज इस्लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार इमरान खान अपने खिलाफ लंबित एक मामले की सुनवाई के लिए हाई कोर्ट पहुंचे थे तभी अर्धसैनिक बलों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अर्धसैनिक बलों ने इमरान को गिरफ्तार कर रावलपिंडी नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो को सौंप दिया है। इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार किया गया है। इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद, ईशनिंदा, हत्या, हिंसा और हिंसा भड़काने से संबंधित 120 से अधिक मामले दर्ज हैं।
अरबों की जमीन से जुड़ा है मामला
अल कादिर ट्रस्ट एक यूनिवर्सिटी से जुड़ा मामला है। इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने अल-कादिर प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था। इस यूनिवर्सिटी के लिए इमरान खान ने बतौर प्रधानमंत्री गैरकानूनी तौर पर अरबों रुपए की जमीन हासिल की। खास बात यह है कि अल कादिर यूनिवर्सिटी में सिर्फ दो ही ट्रस्टी हैं, इमरान और उनकी पत्नी बुशरा। इसे झेलम के सोहावा में साल 2021 में स्थापित किया गया था। हैरानी की बात यह है कि अल कादिर यूनिवर्सिटी में 6 साल में सिर्फ 32 स्टूडेंट्स के एडमिशन हुए। इस यूनिवर्सिटी की कीमत करीब 90 करोड़ रुपए है।
कैसे हुआ खुलासा
इस मामले का खुलासा पाकिस्तान के सबसे अमीर शख्स मलिक रियाज ने किया। मलिक रियाज वह शख्स है जिनसे इमरान खान ने यह जमीन ली थी। रिजाय ने आरोप लगाया था कि इमरान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी ने उन्हें गिरफ्तारी का डर दिखाकर अरबों रुपए की जमीन अपने नाम करवा ली थी। वहीं मालिक रियाज और उनकी बेटी की बातचीत का एक ऑडियो लीक हुआ था। जिसमें रियाज की बेटी कहती हैं कि बुशरा बीबी उनसे पांच कैरेट के हीरे की अंगूठी मांग रही हैं। जिसके बाद रियाज ने कहा कि अगर वह हमारा काम कर देतीं है तो पांच कैरेट की अंगूठी उन्हें दे दो।