हरिद्वार(मानवी मीडिया)- यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध कर रहे पहलवान गंगा नदी में अपने पदक विसर्जित करने के लिए उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचे। उनके समर्थन में किसान नेता राकेश टिकैत भी हरिद्वार आ गए हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा कि वे कड़ी मेहनत से जीते अपने पदक गंगा नदी में बहा देंगे और इंडिया गेट पर ‘आमरण अनशन’ पर बैठेंगे।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले पहलवान कुछ देर बाद हर की पौड़ी में अपने मेडल गंगा में बहाएंगे। इनमें साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट शामिल हैं। इधर, गंगा समिति पहलवानों के खिलाफ खड़ी हो गई है। उनका कहना है कि ये (हर की पौड़ी) पूजा-पाठ की जगह है, राजनीति की नहीं।
गंगा दशहरा स्नान पर्व होने के चलते हर की पौड़ी के गंगा घाट श्रद्धालुओं से लबालब भरे हुए हैं। इस बीच दिल्ली से पहलवानों और उनके समर्थकों के पहुंचने व नारेबाजी से घाटों पर अफरातफरी की स्थिति बन गई है। यहां पहलवानों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पुलिस बल तैनात किया है।
रेसलर साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। हमने पवित्रता से इन मेडल को हासिल किया था। इन मेडल को पहनाकर तेज सफेदी वाला तंत्र सिर्फ अपना प्रचार करता है। फिर हमारा शोषण करता है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को नहीं लौटाएंगे, क्योंकि उन्होंने हमारी कोई सुध नहीं ली।