लखनऊ (मानवी मीडिया) लखनऊ व्यापार मण्डल के कोर कमेटी की बैठक सोमवार को एक निजी होटल में हुई। इस बैठक में 16 मई से शुरू होने वाले जीएसटी के विशेष अभियान की चर्चा हुई। व्यापारियों ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिये यह बात सामने आई है कि जीएसटी का सर्वे डोर टू डोर किए जाएंगे।
लखनऊ व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने बताया कि उच्चाधिकारियों से वार्ता हुई है और सर्कुलर का उल्लेख किया की सर्वे डोर टू डोर नहीं किए जाएंगे जो संदिग्ध फर्मों की सूची जारी हुई है। सिर्फ उनकी जांच होगी। यह सूची दिल्ली से प्राप्त हुई है, उन्हीं फर्मों की जांच की जाएगी। लगभग 4 से 5 फीसदी व्यापारी ही संदेह के दायरे में हैं।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो सोशल मीडिया पर चल रहा है वह एक भ्रामक है सभी व्यापारियों को डरने की आवश्यकता नहीं है यदि डोर टू डोर सर्वे छापे अधिकारियों के द्वारा किए जाते हैं तो व्यापार मंडल पूर्व की भांति डटकर विरोध करेगा।
महामंत्री विनोद अग्रवाल ने कहा कि यदि बाजार में सर्वे करने अधिकारी आते हैं तो दूसरे व्यापारियों का भी कहीं न कहीं उत्पीड़न करने लगते हैं, जिस पर अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने बताया कि जिस बाजार में वह सर्वे करने आए तत्काल व्यापारी व्यापार मंडल को सूचित करें और हमारी टीम व्यापारी के साथ खड़ी होगी व्यापारी का उत्पीड़न किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि सर्वे छापे की टीम व्यापारी का उत्पीड़न करती है तो लखनऊ व्यापार मंडल सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगा।
बैठक में मुख्य रूप से चेयरमैन राजेंद्र कुमार अग्रवाल, सचेतक अनिल बरवानी, अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र, वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा, कोषाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता, महामंत्री विनोद अग्रवाल, अनुराग मिश्र ,उमेश शर्मा, सुहेल हैदर अली, जितेंद्र सिंह चौहान के साथ कोर कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे।