पूर्व सांसद जयाप्रदा ने कहा है कि आजम खां अर्श से फर्श पर आ गए हैं, लेकिन सुधरने का नाम नहीं ले रहे - मानवी मीडिया

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Wednesday, May 3, 2023

पूर्व सांसद जयाप्रदा ने कहा है कि आजम खां अर्श से फर्श पर आ गए हैं, लेकिन सुधरने का नाम नहीं ले रहे


रामपुर (मानवी मीडियाफिल्म अभिनेत्री और पूर्व सांसद जयाप्रदा ने कहा है कि आजम खां अर्श से फर्श पर आ गए हैं, लेकिन सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। अभी वो वैसी ही बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं, जैसा कि पहले करते थे। जयाप्रदा ने कहा कि मैं रामपुर से कभी दूर नहीं हो सकती हूं। यह मेरी कर्मभूमि है, मेरी पहचान है।

जयाप्रदा मंगलवार को पालिकाध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में रोड शो करने पहुंचीं थी। उन्होंने कहा कि आजम खां को लगातार शिकस्त मिल रही है। इससे वो बौखला गए हैं। इसलिए वो अपनी जनसभाओं में अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। जयाप्रदा ने कहा कि मैं उनको सलाह देना चाहती हूं कि वो अभद्र भाषा का इस्तेमाल बंद कर दें। 

उन्होंने कहा कि मोदी-योगी की सरकार में काफी विकास हो रहा है। रामपुर में विकास के कार्य हुए हैं। जयाप्रदा ने कहा कि निकाय चुनाव में सिर्फ रामपुर में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में भगवा लहराएगा। लोग सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास वाली भाजपा की नीति को पसंद कर पार्टी से जुड़ रहे हैं।

वोट देने का अधिकार नहीं है, मांग तो सकता हूं : आजम
उधर, सपा नेता आजम खां ने कहा है कि जब उनके विरोधियों को लगने लगा कि उनको हराया नहीं जा सकता है तो उनको हटा दिया गया। वोट देने का अधिकार भी छीन लिया गया, लेकिन मैं वोट तो मांग सकता हूं। अगर वश चले तो मेरे वोट मांगने के अधिकार पर रोक लगा दी जाए। आजम खां ने कहा कि मुझे बहुत दुख होता है कि मैंने जैसे रामपुर का सपना देखा था, उसे पूरा नहीं कर सका।

मंगलवार को पक्का बाग में चुनावी सभा में आजम खां ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधा। कहा कि 40 साल कांग्रेस की सरकार प्रदेश और केंद्र दोनों में रही। लेकिन उनका ध्यान विकास पर नहीं था। मुझे जब भी मौका मिला मैंने रामपुर का विकास कराया। क्या 1960 और 70 के दशक में रामपुर ऐसा ही था। किसी के पक्के मकान नहीं थे। रियासत काल में तो किसी को पक्की सड़क पर चलने की इजाजत नहीं थी। कोई अपनी घर में बिजली का बल्ब नहीं जला सकता है। 

बिजली उनके घर में जलती थी जो नवाब के दरबार में हाजिरी देते थे। उन्होंने कहा कि रामपुर शहर के अंदर फ्रूट मंडी हुआ करती थी। उसकी वजह से भयंकर जाम लगता था, जिसे मैंने वहां से हटवाया था। वो भी बिना आदेश के नहीं। लोगों को विकल्प उपलब्ध कराया था। मैंने किसी को बेरोजगार नहीं किया है। कहा कि मैं तो यहां पर मेडिकल कॉलेज बनवाना चाहता था। ताकि यहां के लोगों को इलाज कराने के लिए दूसरे शहरों में न जाना पड़े, लेकिन मेरा यह सपना पूरा न हो सका।

आजम खां ने कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर आज भी पुलिस तैनात है, शायद उनको यूनिवर्सिटी का नाम पसंद नहीं है। लेकिन रामपुर पब्लिक स्कूल को क्यों बंद करवा दिया। यहां तो दो हजार बच्चे पढ़ते थे। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव अगर ईमानदारी से हुए सभी निकायों में सपा के प्रत्याशी जीत हासिल करेंगे।

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