लखनऊ (मानवी मीडिया) यूपी के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एम्बुलेंस में मरीज की मौत को लेकर नाराज़गी जाहिर की है। डिप्टी सीएम ने कहा कि यह घटना बेहद संवेदनशील है और डॉक्टर-कर्मचारियों ने भी घोर लापरवाही बरती है। ऐसे में इस पूरे प्रकरण की जांच कराने के लिए अस्पताल के निदेशक को निर्देश दिए गए हैं जांच में डॉक्टर और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आती है तो उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जायेगी और आगे किसी भी दशा में मरीजों के इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बता दें कि निगोहां के 60 वर्षीय निवासी जयराम एक हमले में घायल हो गए थे। इसके बाद उनके परिजन उन्हें लेकर पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर पहुचे। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज करते हुए परिजन को उन्हें किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ले जाने की बात कही। वहीं डॉक्टरों की सलाह के बाद निजी एम्बुलेंस से मरीज को लेकर परिजन बलरामपुर अस्पताल पहुंचे।
वहीं अस्पताल पहुंचने के बाद मरीज को भर्ती करने के बजाए डॉक्टर ने परिजन से रेफरल पेपर माँगा। इसके बाद परिजन रेफरल पेपर के चक्कर में पड़ गए वहीं मरीज़ बाहर कड़ी धूप में करीब आधे घंटे तक एम्बुलेंस में लेटे रहे। जिसके चलते मरीज को सांस लेने में तकलीफ बढ़ गई और ट्रॉमा सेंटर ले जाते समय रास्ते में ही मरीज़ की मौत हो गई।
वहीं इस मामले को संज्ञान में लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सख्त तेवर अपनाते हुए जांच के निर्देश दिए है और कहा कि सरकार की छवि खराब करने वाले डॉक्टर व कर्मचारी व अन्य अधिकारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जायेगा। कठोर कार्रवाई की जाएगी।