नई दिल्ली (मानवी मीडिया): भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष रहे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए। पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने ये आरोप भी लगाया कि एक नाबालिग पहलवान का भी बृजभूषण शरण सिंह ने यौन उत्पीड़न किया। अब पहलवानों के इस आरोप की हकीकत का खुलासा दिल्ली पुलिस की जांच में हो गया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक उसने रोहतक की इस पहलवान के यौन शोषण मामले में बृजभूषण शरण सिंह पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था, लेकिन जांच में पता चला कि पहलवान नाबालिग नहीं, बालिग है। उसने अपनी उम्र 2 साल कम करके बताई थी।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने बीते 27 मई को एक अदालत को बताया था कि उसने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों के बयान दर्ज कर लिए हैं। जांच एजेंसी ने अदालत के निर्देश पर प्रस्तुत स्थिति रिपोर्ट के माध्यम से अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल के समक्ष यह बात कही।
अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया था कि शिकायतकर्ताओं के अधिवक्ता द्वारा किए गए अनुरोध पर स्थिति रिपोर्ट की प्रतियां उन्हें उपलब्ध कराई जाएं। पुलिस ने अदालत को अवगत कराया कि सभी पीड़िताओं के बयान दंड प्रक्रिया संहिता के तहत एक मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किये गये। अदालत इस मामले में अगली सुनवाई 27 जून को करेगी।
गौरतलब है कि बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित शीर्ष पहलवान 23 अप्रैल से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और एक नाबालिग सहित सात पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थी।