कर्नाटक (मानवी मीडिया) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (7 मई) को कर्नाटक के शिवमोगा में हक्की पिक्की जनजाति के सदस्यों के साथ बातचीत की. इन लोगों को ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से सुरक्षित निकाला गया था. हक्की पिक्की जनजाति के सदस्यों ने उनकी समय पर और सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद दिया.
उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि कैसे उन लोगों ने सूडान में कठिन परिस्थितियों का सामना किया और कैसे सरकार व भारतीय दूतावास ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने सुनिश्चित किया कि उन्हें एक खरोंच भी नहीं आए और यह सब प्रधानमंत्री के प्रयासों के कारण हुआ. उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके दिल में उन्हें लगता है कि वह डबल इंजन नहीं बल्कि ट्रिपल इंजन की ताकत का प्रतिनिधित्व करते हैं.
"कुछ नेताओं ने मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश की"
प्रधानमंत्री ने इस दौरान याद किया कि कैसे इस समुदाय के पूर्वज महाराणा प्रताप के साथ खड़े थे. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में अगर कोई भारतीय किसी भी तरह की मुश्किल में है, तो सरकार तब तक चैन से नहीं बैठती, जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता. पीएम ने कहा कि कुछ राजनेताओं ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश की और हमारी चिंता ये थी कि अगर वे ये उजागर करते हैं कि भारतीय कहां छिपे हैं, तो उन्हें बड़ा खतरा हो सकता है. इसलिए सरकार ने सभी की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए चुपचाप काम किया.