नई दिल्ली (मानवी मीडिया) विधि एवं न्याय मंत्रालय से किरेन रीजीजू को हटाए जाने के कुछ घंटे बाद ही इस महत्वपूर्ण मंत्रालय के राज्यमंत्री सत्य पाल (एसपी) सिंह बघेल को स्वास्थ व परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्यमंत्री का जिम्मा सौंप दिया गया। संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल को विधि एवं न्याय मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्यमंत्री बनाए जाने के बाद यह जरूरी हो गया था।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सलाह पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एस पी सिंह बघेल को विधि व न्याय मंत्रालय में राज्यमंत्री के स्थान पर स्वास्थ व परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्यमंत्री नियुक्त करने का निर्देश दिया है। इससे पहले, रीजीजू की जगह मेघवाल को विधि एवं न्याय मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) का जिम्मा सौंपा गया था।
रीजीजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। लोकसभा में उत्तर प्रदेश के आगरा संसदीय क्षेत्र (अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित) का प्रतिनिधित्व करने वाले बघेल को जुलाई 2021 में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया था। इसके बाद उन्हें विधि एवं न्याय मंत्रालय में राज्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बघेल को आगरा के तत्कालीन सांसद व दलित नेता रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर मैदान में उतारा गया था। समाजवादी पार्टी से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले बघेल पांचवी बार सांसद हैं। हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में उन्होंने एक विवादास्पद बयान दिया था।