मामला फोल्डिंग बेड को लेकर शुरू हुआ था। बारिश के कारण पहलवान जहां पर धरना दे रहे थे, वहां पर पानी भर गया। ऐसे में फोल्डिंग बेड लाया गया। पहलवान बेड लेने जा रहे थे तो पुलिस में उन्हें रोक दिया, जिस पर साक्षी, बजरंग सहित कई स्टार पुलिस से बहस करने लगे। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई।
वहीं पहलवान बजरंग पूनिया ने पुलिस से झड़प के बाद कहा- जो पदक हमने जीते हैं, वो हम भारत सरकार को वापस लौटा देंगे। अगर देश का नाम रोशन करने पर भी ऐसा सलूक होता है, तो हमें ये पदक नहीं चाहिए। दिल्ली पुलिस और बृजभूषण के आदमी शुरू से ही इस धरने को खराब करना चाहते हैं। कभी जातिवाद, कभी क्षेत्रवाद का नाम दिया जा रहा है।
दूसरी तरफ साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया सहित भारत के कई स्टार पहलवानों ने गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिख कर 4 मांगें रखी है। बजरंग पूनिया ने घटना के जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की सबसे पहली मांग की है।
धरना स्थल पर वाटर प्रूफ टेंट, पलंग, साउंड सिस्टम, मजबूत स्टेज, गद्दे और प्रैक्टिस के लिए कुश्ती मैट सहित जिम का सामान लाने की अनुमति मांगी है। बजरंग ने अपने उन साथियों की रिहाई की भी मांग की, जिन्हें अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया गया। पहलवानों के मामले में सरकार के उच्च अधिकारियों से जल्द से जल्द बातचीत कराने की भी मांग की।