नई दिल्ली (मानवी मीडिया): दक्षिण पूर्वी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में 4,000 रुपये को लेकर हुए विवाद में एक अधिवक्ता के कार्यालय में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी वकील के परिचित थे और एक मामले पर चर्चा करने आए थे। हालांकि, उन्होंने गोलियां चलाईं जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर मौके पर जमा भीड़ ने आरोपियों के सहयोगियों की पिटाई कर दी। गलतफहमी में कुछ दूसरे लोगों को भी उन्होंने पीटा और उनकी कार क्षतिग्रस्त कर दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार रात करीब 11 बजकर 51 मिनट पर एक कॉल आई। फोन करने वाले ने कहा कि गोविंदपुरी में अधिवक्ता सुशील गुप्ता के कार्यालय में एक व्यक्ति को गोली मारी गई है। पुलिस ने कहा कि गुप्ता का कार्यालय इमारत की पहली मंजिल पर है। पुलिस ने कहा, “अनस अहमद नाम के व्यक्ति को गोली मारी गई। उसे मजीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। फायरिंग की घटना के बाद हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गई कार गुस्साए लोगों ने तोड़ दी।”
पुलिस ने कहा कि पूछताछ के दौरान यह पता चला कि गुप्ता के एक अन्य मुवक्किल जफरूल का सैयद मुक्कीम रजा के साथ 4,000 रुपये को लेकर विवाद चल रहा था। जफरूल ने गुप्ता को हस्तक्षेप करने के लिए कहा। इसी बीच आरोपी अंकित, मुकीम, वरुण बिधूड़ी और गुलाम मोहम्मद किसी बात पर चर्चा करने के बहाने गुप्ता के कार्यालय पहुंचे। गुप्ता के परिचित अमित मंदरा भी अपने दो साथियों के साथ वहां पहुंचा।
पुलिस ने कहा, “बाद में एक लड़ाई छिड़ गई। हंगामा सुनकर कई स्थानीय लोग गुप्ता के कार्यालय पहुंचे। भीड़ को देखकर वरुण बिधूड़ी ने कार्यालय के अंदर कई गोलियां चलाईं, जिसमें से एक गोली अनस अहमद को लगी, जिसे मजीदिया अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।” आरोपी के सहयोगी गुलाम मोहम्मद को लोगों ने पकड़ लिया और पीटा। बाद में उसे एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया।
अमित, वरुण, मुकीम रजा और वरुण छत के रास्ते मौके से भागने में सफल रहे। मौके पर पहुंचने के बाद एक व्यापक तलाशी शुरू की गई और दो घंटे बाद अंकित और मुकीम को एक इमारत की छत से पकड़ा गया। जनता ने तीन अन्य व्यक्तियों योगेश खटाना, रितेश खटाना और नवीन भाटी को भी हमलावरों का सहयोगी समझकर पीटा, हालांकि वे केवल तमाशबीन थे। उनकी कार में भी लोगों ने तोड़फोड़ की। अधिकारी ने कहा, “हमने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और वरुण को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रहे हैं।”