लखनऊः(मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज देश के नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर सभी प्रदेश वासियों को बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने इसे हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया है। अपने सन्देश में उन्होंने कहा कि हमारा देश भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक देश है। लोकतंत्र हमारे देश में एक संस्कार ,विचार और परम्परा है। नए संसद भवन की इमारत वास्तु , कला , कौशल , संस्कृति और हमारे संवैधानिक प्रतीकों का जीवंत प्रतीक है। हर भारतीय को यह इमारत गर्व का अनुभव करा रही है।
राजयपाल ने कहा आज देश के नए संसद भवन के उद्घाटन का एक ऐतिहासिक दिन है। देश की आज़ादी के 75वें वर्ष में जबकि प्रत्येक भारतीय आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है , तब भारतीय लोकतंत्र को समर्पित देश का नया संसद भवन भारत के दृढ़ संकल्पों का सन्देश देता है।
ज्ञातव्य है की आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी दिल्ली में 64 हज़ार 500 वर्ग मीटर बनाये गए भव्य नए संसद भवन का उद्घाटन किया है। उन्होंने इस अवसर पर नए संसद भवन में ऐतिहासिक और धार्मिक संगोल भी स्थापित किया है। संगोलवस्तुतः राजदंड है जिसे राज्यअभिषेक के समय उपयोग किया जाता था और ये सत्ता सौपने का प्रतीक था। इसके ऊपरी सिरे पर बनी नंदी की प्रतिमा शैव परम्परा से इसका सम्बन्ध प्रदर्शित करती है। वर्ष 1947 -भारत की आज़ादी के बाद से ये संगोल उत्तर प्रदेश में प्रयागराज स्थित जवाहर लाल नेहरू संग्रहालय में 'सुनहरी छड़ी ' के नाम से संग्रहीत था। 15 सितम्बर ,2022 को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इलाहाबाद संग्रहालय समिति की बैठक करते हुए संग्रहालय की नेहरू वीथिका में प्रदर्शित इस सुनहरी छड़ी को राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली हस्तांतरित करने का ऐतिहासिक आदेश इलाहाबाद संग्रहालय समिति को दिया। इसी 'सुनहरी छड़ी - संगोल'' को आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने उद्घाटन के समय नए संसद भवन में स्थापित किया है