लखनऊ (मानवी मीडिया) माफिया मुख्तार अंसारी की मनी लॉन्ड्रिंग केस में लखनऊ की CBI स्पेशल कोर्ट में पेशी हुई। पेशी के दौरान बाहुबली मुख्तार लखनऊ कोर्ट में मुस्कुराते हुए नजर आया। मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्तार पर आरोप तय होने थे, लेकिन अभी आरोप तय नहीं हो पाए हैं।
कोर्ट ने 19 अप्रैल को मामले में अगली तारीख दे दी है। इसके बाद मुख्तार को वापस बांदा जेल भेज दिया गया है। सोमवार को मुख्तार को कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल से लखनऊ लाया गया। अब्बास अंसारी को भी कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी हुआ है, लेकिन अभी तक वह कोर्ट नहीं पहुंचे हैं।
अब आपको बता देते हैं कि मनी लॉन्ड्रिंग का केस क्या है...
बता दें कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ मार्च 2021 में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कराया था, जिसके बाद नवम्बर 2021 में बांदा जेल जाकर ईडी के अफसरों ने पूछताछ भी की थी और बयान भी दर्ज किया था। इस मामले में ईडी की टीम मुख्तार के परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ कर चुकी है। जिसमे मुख्तार के दोनों बेटे, भाई अफजल अंसारी, सिबगतुल्लाह अंसारी व भतीजे से पूछताछ कर चुकी है।
बेटा चित्रकूट, साला नैनी जेल में बंद
मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्तार का बेटा अब्बास अंसारी चित्रकूट की जेल, साला नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दोनों की गिरफ्तारी की थी। ईडी जेल भेजे गए दोनों के बयानों को क्रॉस चेक करने के लिए मुख्तार अंसारी को कस्टडी में लेना चाहती थी।
पत्नी, बेटे और कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम हुईं रजिस्ट्री
दरअसल, इसमें मुख्तार अंसारी पत्नी अफशा अंसारी, मऊ विधायक बेटे अब्बास अंसारी और विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम रजिस्ट्री कराई गई है। इसके अलावा और दस जमीनों की रजिस्ट्री का भी जांच से खुलासा हुआ है। आपको बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी, साले शरजील रजा और विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। आरोपी मुख्तार की पत्नी अफशा अंसारी के खिलाफ भी लुक आउट नोटिस जारी किया गया था।