यूपी (मानवी मीडिया) बोर्ड के पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव करने की चर्चा हैं। स्कूलों में छात्रों को अब मुगल दरबार के इतिहास के बारे में नहीं पढ़ाया जाएगा। कहा जा रहा है कि यूपी सरकार, इतिहास की किताब 'भारतीय इतिहास के कुछ विषय द्वितीय' से शासक और मुगल दरबार के चैप्टर को हटा दिया हैं।
इसके अलावा 11वीं की किताब से इस्लाम का उदय, संस्कृतियों में टकराव, औद्योगिक क्रांति, समय की शुरुआत पाठ हटाए गए हैं। अब इस खबर से सपा जैसे प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा हैं।
यूपी के महानिदेशक शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि यूपी बोर्ड का सिलेबस NCERT पर आधारित हैं। जैसा कहा जा रहा हैं वैसा कोई अलग से आदेश जारी नही हुआ हैं। हां, NCERT के आधार पर समय-समय पर कोर्स को री-अलाइनमेंट किया जाता रहा हैं। और उसी के पैटर्न को हम फॉलो करते हैं।
सपा ने किया जोरदार विरोध
वही इतिहास के अलावा नागरिक शास्त्र में भी बदलाव किए जाने की खबर हैं। उसकी किताब से अमेरिकी वर्चस्व शीत युद्ध का पाठ हटाया गया हैं। इन बदलावों के पीछे नई पीढ़ी को परिचय विरासत से कराना बताया जा रहा हैं।
पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव पर सपा ने जोरदार विरोध किया हैं। एसपी विधायक नवाब इकबाल महमूद ने कहा कि मुगल शासन का इतिहास उत्तर प्रदेश सरकार के हटाने से हटने वाला नहीं हैं। यह इतिहास हिंदुस्तान में रचा बसा हैं। और इसकी छाप पूरी दुनिया भर में हैं। यह भी नही भूलना चाहिए कि मुगल सल्तनत के बादशाह हिंदुस्तान को तरक्की की राह पर ले गए थे।