लखनऊ (मानवी मीडिया) यूपी के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अब सिर्फ महिला शिक्षकों और कर्मचारियों की ही तैनात की जाएंगी. नए सत्र से पुरुष शिक्षक व कर्मचारियों का नवीनीकरण नहीं होगा, जिससे उन पर छंटनी की तलवार लटक रही है है. बता दें कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में बड़ी संख्या में पुरुष शिक्षक, कर्मचारी, चपरासी और रसोइए संविदा पर काम करते हैं. संविदा का नवीनीकरण ने होने से उनकी नौकरी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
दरअसल, शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के क्रम में शासन ने यह आदेश जारी किया है कि अब पुरुष शिक्षक कर्मचारियों का नए सत्र में नवीनीकरण नहीं किया जाएगा. यह फैसला कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की सुरक्षा को लेकर लिया गया है. नए सत्र में केवल महिला कर्मचारियों का ही नवीनीकरण होगा. इतना ही नहीं खाली पदों पर भी महिला अभ्यर्थियों का ही चयन किया जाएगा.
धरना-प्रदर्शन का ऐलान
वर्तमान में प्रदेश के 868 कस्तूरबा विद्यालयों में काफी संख्या में पुरुष कर्मचारी संविदा पर काम कर रहे हैं. इनमें शिक्षक, चपरासी, चौकीदार, रसोइए शामिल हैं. इस आदेश के बाद उन पर छंटनी की तलवार लटक गई है. इस आदेश के बाद केजीबीवी के पुरुष कर्मियों में रोष देखने को मिल रहा है. इस फैसले के खिलाफ पुरुष कर्मियों ने लखनऊ में धरना प्रदर्शन करने का ऐलान भी किया है.