गृहकर में सर्वाधिक वसूली का रिकार्ड नगर आयुक्त इंद्रजीत ने नगरवासियों का किया धन्यवाद - मानवी मीडिया

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Saturday, April 1, 2023

गृहकर में सर्वाधिक वसूली का रिकार्ड नगर आयुक्त इंद्रजीत ने नगरवासियों का किया धन्यवाद

लखनऊ (मानवी मीडिया)लखनऊ नगर निगम द्वारा गृहकर मद में विगत दस वर्षो में सर्वाधिक वसूली का रिकार्ड स्थापित किया। नगर आयुक्त  इन्द्रजीत सिंह द्वारा नगरवासियों को सर्वाधिक गृहकर जमा करने पर धन्यवाद दिया गया।

लखनऊ नगर निगम स्वयं के स्रोतों से प्राप्त होने वाली आय में निरन्तर सुधार एवं वृद्धि हेतु प्रतिबद्ध है। नगर निगम का सामान्य कर (गृहकर) राजस्व आय का मुख्य एवं महत्वपूर्ण स्रोत है। गृहकर से संबंधित कम्प्यूटरीकरण एवं नागरिको की सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में निरन्तर सुधार व विकास किया जाता रहा है। वर्तमान में गृहकरदाताओं हेतु बकाया गृहकर का एस.एम.एस. अलर्ट, मोबाइल पर भुगतान लिंक सहित ई-बिल व पेटीएम एप एव यू.पी.आई. द्वारा कर भुगतान डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। नगर आयुक्त द्वारा गृहकर की वसूली में वृद्धि हेतु निरन्तर प्रतिदिन आय की समीक्षा, अनावासीय भवनो के गृहकर की वसूली पर विशेष प्रयास, बड़े एवं शासकीय बकायेदारों से अधिक प्रभावी तरीके से वसूली तथा अन्य योजनाबद्ध प्रयासो के फलस्वरूप गत वर्षो की अपेक्षा गृहकर की आय में निरन्तर निम्नानुसार वृद्धि हुई है :-

*वर्ष गृहकर की धनराशि (रु. करोड़)*

2013-14 107.98

2014-15 130.14

2015-16 150.44

2016-17 192.26

2017-18 177.02

2018-19 234.16

2019-20 208.21

2020-21 270.84

2021-22 290.08

*2022-23 341.36*

उपरोक्त से स्पष्ट है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में *गत वर्ष के सापेक्ष लगभग रु. 51.28 करोड़ की उल्लेखनीय वृद्धि* हुई है। 

वित्तीय वर्ष 2022-23 में लखनऊ नगर निगम द्वारा 5,39,107 आवासीय व 69,567 अनावासीय भवन मिलाकर कुल 6,08,674 भवन के सापेक्ष कुल 3,65,667 भवनो से भुगतान प्राप्त किया गया जो गत वर्ष में भुगतान प्राप्त भवन संख्या 3,15,290 के सापेक्ष *50,377 अधिक* है। बड़े बकायेदारो से वसूली हेतु प्रतिष्ठानो/भवनो को सील करने का अभियान भी चलाया गया जिसमें लगभग 6197 भवन सील किए गए जिससे काफी अधिक लम्बित धनराशि मौके पर वसूल करने में सहायता मिली।

गृहकर भुगतान की दिशा में डिजिटाइजेशन संबंधी नीति के अंतर्गत डिजिटल भुगतान व्यवस्था पर बल देते हुए गृहकर जमा कराया गया जो निम्नलिखित आंकड़ो से परिलक्षित होता हैः-

*डिजिटल माध्यम का प्रकार - वर्ष 2020-21 में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन संख्या  - धनराशि करोड़ में*

ऑनलाइन बैंकिंग 96076  - रु. 26.29

पेटीएम 21477   - रु. 5.77

आर.टी.जी.एस. 352 - रु. 27.03

एन.ई.एफ.टी.  619 - रु. 69.61

कुल 1,18,524 - रु. 128.70

*डिजिटल माध्यम का प्रकार - वर्ष 2022-23 में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन संख्या - धनराशि करोड़ में*

ऑनलाइन बैंकिंग 1,11,130  - रु. 34.83

पेटीएम 25,475 - रु. 9.37

आर.टी.जी.एस. 565 - रु. 44.26

एन.ई.एफ.टी. 761 - रु. 47.91

कुल 1,37,931  - रु. 136.37

उपरोक्त से स्पष्ट है कि डिजिटल माध्यमों के प्रयोग में 16.37 प्रतिशत की वृद्धि एवं उससे जमा धनराशि 6.00 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस प्रकार *कुल धनराशि का 40.16 प्रतिशत डिजिटल माध्यम से* भुगतान प्राप्त हुआ।

*नगर आयुक्त  इन्द्रजीत सिंह द्वारा लखनऊ नगर के भवनस्वामियों को अधिकतम संख्या में गृहकर जमा करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया गया*।

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