लखनऊ (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना भी दलालों की भेंट चढ़ गई है। खुलासा कहीं और नहीं राजधानी के माल ब्लॉक से हुआ है। जहां, समाज कल्याण अधिकारी को जांच में दलाल सक्रिय मिले हैं। जो कमीशन लेकर जोड़ों की शादी कराते हैं और योजना की धनराशि लाभार्थियों को न देकर हड़प गए हैं। कई जोड़ों की दोबारा शादी भी कराई है।
दरअसल, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने शिकायत के आधार पर गुरुवार को माल ब्लॉक में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की जांच की थी। जिसमें यह पाया कि जनवरी से मार्च तक सैकड़ों जोड़ों का विवाह दलालों के माध्यम से कराया गया है। जिसका समाज कल्याण विभाग ने प्रति जोड़ा 51-51 हजार रुपये बीडीओ के माध्यम से भुगतान किया था। लेकिन, शादी होने के बाद योजना की धनराशि ज्यादातर लाभार्थियों को नहीं दी गई है। ऐसे लाभार्थियों से बात की तो पता चला उनकी बैंक पासबुक व अन्य दस्तावेज दलालों के पास हैं। जो अपने पास रखते हैं और रुपये आने पर उनके खातों से निकलावकर 10 से 15 हजार रुपये लेकर देते हैं। इधर, जनवरी से मार्च तक हुए कई जोड़ों के विवाह की पूरी धनराशि हड़प गए हैं।
सुनीता सिंह ने आगे की जांच के लिए ब्लॉक से अभिलेख मांगे तो नहीं दिए। संबंधित सहायक विकास अधिकारी का तबादला होना बताया तो वर्तमान में तैनात अवकाश पर बताया गया। इसमें ब्लॉक स्तर के अधिकारी व कर्मचारियों की दलालों से मिलीभगत बताई गई। जिनके माध्यम से जोड़ों का सत्यापन और भुगतान किया गया है। जांच में यह भी साबित हुआ कि शादी-शुदा कई जोड़ों का विवाह दोबारा कराया गया है। जिससें एक मामले की पुष्टि भी मौके पर हुई है। जिसकी 2019 में कोर्ट मैरिज कराई गई थी और मार्च में सामूहिक विवाह के फेरे कराकर 51 हजार रुपये का लाभ दलाल और ब्लाक स्तर के विभागीय लोग उठा गए।