नई दिल्ली (मानवी मीडिया): जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों की मांग पर अब बृजभूषण ने कहा है कि इस्तीफा कोई इतनी बड़ी चीज़ नहीं है। उनका दावा है कि वह पूरी तरह से निर्दोष हैं। FIR दर्ज किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि मेरा कार्यकाल लगभग पूरा हो चुका है। ऐसे में मेरे लिए इस्तीफा देना कोई बहुत बड़ी चीज भी नहीं है। मैं कोई अपराधी नहीं हूं। उन्होंने कहा, अगर मैं इस्तीफा देता हूं तो इसका मतलब यह होगा कि इन पहलवानों की ओर से लगाए गए आरोप सही हैं।
सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा जताते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है। कोई भी सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है। उन पर कई महीने से लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं। मैं चाहता हूं कि मामले की निष्पक्ष रूप से पूरी जांच कराई जाए। हम चाहेंगे कि मामले की सुनवाई जल्द पूरी की जाए। मैं अपराधी बनकर हर समय नहीं रहना चाहता। उन्होंने यह भी दावा कि वह मामले में पूरी तरह से निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। चुनाव अगले 45 दिन में होने हैं. चुनाव के बाद मेरा कार्यकाल भी खत्म हो जाएगा।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा जंतर-मंतर पर धरना दे रही महिला पहलवानों से आज मिली और उन्हें न्याय देने के लिए सबसे पहले कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह को पद से हटाने की मांग की।
प्रियंका ने महिला खिलाड़ियों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि पूरा देश धरना दे रहीं खिलाड़ियों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है और वह खुद न्याय की इस लड़ाई में पूरी तरह से देश का गौरव बढ़ाने वाले इन महिला खिलाड़ियों के साथ हैं। उन्होंने कहा जब देश की ये बेटियां मेडल जीतकर आती हैं तो हम सभी गर्व करते हैं लेकिन आज वही बेटियां न्याय के लिए सड़क पर बैठी हैं तो कोई सुनने को तैयार नहीं।
उन्होंने कहा कि महिला खिलाड़ी जिस व्यक्ति पर आरोप लगा रही हैं वह प्रभावशाली पद पर है और उसे सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। ऐसे में इन्हें न्याय देने के लिए जरूरी है कि आरोपी को सबसे पहले उसके पद से हटाया जाए ताकि वह पद का दुरुपयोग कर खिलाड़ियों पर दबाव न बना सके।
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति पर यह महिलाएं आरोप लगा रही हैं वह भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष है और उसके खिलाफ उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई है लेकिन अब तक इन खिलाड़ियों को प्राथमिक की कॉपी नहीं मिली है। प्राथमिकी में क्या लिखा है यह तभी मालूम हो सकता है जब उसकी प्रति उपलब्ध कराई जाएगी।