लखनऊ (मानवी मीडिया) गैलेंट ग्रुप पर पिछले 125 घंटे से छापा जारी है। आयकर विभाग को आए दिन बड़े-बड़े दस्तावेज मिलते जा रहे हैं। नई जानकारी में पता चला है कि देश प्रदेश के कई बड़े आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का पैसा ग्रुप के में लग सकता है। इसको लेकर कुछ कागज ऐसे मिले हैं जिससे यह पता चल रहा है कि कंपनी के पास बड़े पैमान पर आला अधिकारियों के पैसे लगे है।
60 से ज्यादा लोगों को पैसे लगे होने का अनुमान
बताया जा रहा है कि रिटायर और कार्यरत मिलाकर करीब 60 से ज्यादा लोगों के पैसे लगे हैं। इसमें उनका सारा काला धन गैलेंट ग्रुप में लगा है। बताया जा रहा है कि अब आयकर विभाग ऐसे लोगों को अपने रडार पर लेने की तैयारी कर रहा है। हालांकि इसमें कई नाम बहुत बड़े है, ऐसे में उनके खिलाफ पुख्ता सबूत एकत्र करने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
मैसेंजर, वॉट्सऐप और बाकी जगह चैट की भी होगी जांच
अधिकारियों के साथ ग्रुप के मालिक लोगों ने वॉट्सऐप और मैसेंजर पर बात करते थे। उसकी भी जांच कराई जा रही है। समूह की कंपनियों में ब्यूरोकैट का जो निवेश है, उसमें गोरखपुर और लखनऊ के कई बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया गया है। कई बेनामी संपत्तियों के कागजात भी आयकर विभाग को मिले हैं। इनकी जांच भी आयकर विभाग कर रहा है।
यूपी के अलावा गुजरात, दिल्ली में चल रही छापेमारी
लखनऊ के अलावा यह छापेमारी गोरखपुर, लखनऊ के साथ गुजरात के सूरत, भरूच, दिल्ली, कोलकाता के कई ठिकानों पर चल रही है। इनकम टैक्स विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि ग्रुप मालिकों ने गोरखपुर में अपना घर बनाया है। जो काफी महंगा है।इसमें पांच स्टार होटल जैसी सुविधाएं और सजावट है। रिसॉर्ट की तर्ज पर बनाया गया है। बताया जा रह है कि तीन अलग-अलग बंगलों के साथ क्लब हाउस भी है। इसके अलावा घर के परिसर में ही एक बड़ा सा प्ले एरिया और स्विमिंग पूल भी है।
घर पर पड़ी नोट गिनने की मशीन
कंपनी के पास घर पर नोट गिनने के मशीन पड़ी है। अमूमन यह मशीन दफ्तर या दुकान पर रखी जाती है। अब इसी मशीन से मौके पर मिली नगद राशि को गिना जा रहा है। बताया जा रहा है कि लखनऊ और गोरखपुर में कई ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरी अभी और बड़ी हो सकती है।
काले धनी से खरीदी गई जमीन
आयकर विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर जमीन की खरीद में कालेधन का प्रयोग किया गया है। इसमें यूपी से लेकर दूसरे राज्यों में खरीदी गई प्रापर्टी है। लखनऊ में पड़े छापे के बाद ग्रुप मालिक के आवास पर लगातार पुलिस तैनात है। जिससे की कोई अंदर बाहर न जा सके।