लखनऊ (मानवी मीडिया) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा 9 साल से केन्द्र और उत्तर प्रदेश में 6 साल से सत्ता में है लेकिन विकास के नाम पर भाजपा सरकार ने एक भी ईंट नहीं लगायी है। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय हुए विकास कार्यों को ही भाजपा अपना बताती थकती नहीं है। उत्तर प्रदेश इन दिनों गर्मी की तपिश में झुलस रहा है। बिजली, पानी के संकट से जनता त्राहि-त्राहि करने लगी हैं। भाजपा सरकार खुद तो एसी कमरों में बैठी है उन्हें जनता से क्या लेना देना है?
समाजवादी सरकार में बेहतर बिजली उत्पादन और वितरण की व्यवस्था बनाई गई थी। भाजपा सरकार सत्ता में आई तो सब बर्बाद कर दिया। अब न तो बिजली उत्पादन सही से हो रहा है और नहीं बिजली वितरण की व्यवस्था ही ठीक है। लाइनलास बढ़ता जा रहा है। बिजली कटौती, ट्रिपिंग, लो वोल्टेज से जनता परेशान है। जनता भाजपा को इसके लिए जरूर सबक सिखाएगी।
बिजली बिल से लेकर बिजली सप्लाई तक की व्यवस्था फेल है। यहां तक कि कनेक्शन मिलना भी आसान नही। ट्रांसफार्मर फुंके पड़े है। उनकी मरम्मत या बदलने का काम नहीं हो रहा है। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार के चलते जनता को बिना लेन-देन किये बिजली सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। उपभोक्ताओं को सेवा देने में कानपुर की केस्को समेत सभी बिजली कम्पनियां फेल हैं। लखनऊ की लेसा के हाल भी अच्छे नहीं हैं। राजधानी लखनऊ में बिजली की आवाजाही चलती रहती है।
बिजली नहीं तो पानी नहीं जनता कहां जाए किससे शिकायत करें? खराब हैण्ड पम्पों की मरम्मत के काम में बड़ी ढिलाई बरती जा रही है। लखनऊ के इन्दिरानगर में 13 घंटे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही जिससे कि लगभग 13 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को पानी के लिए तरसना पड़ा।
भाजपा दावे चाहे जितने करे, बुन्देलखंड में पेयजल संकट की समस्या कम नहीं हो रही है। लोग पानी के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। खुद राजधानी लखनऊ के कई इलाकों में जल आपूर्ति बाधित रहती है और कई जगहों पर तो लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है।
सच तो यह है कि भाजपा राज में जनता अनाथ जैसा जीवन जीने को अभिशप्त है। बिजली-पानी तो मूलभूत जरूरते हैं, मगर भाजपा सरकार में यह सब भी मिलने वाला नहीं है। जब तक भाजपा सत्ता में है, जनता को सुख शांति से जीने का मौका नहीं मिलेगा। जनता ने भी यह मन बना लिया है कि वह निकाय चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त देगी।