जालंधर (मानवी मीडिया) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने रविवार को जालंधर के रामा मंडी में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात के 100 वें एपिसोड को सुनते हुए इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताया।
ठाकुर ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि विश्व आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक 100वें मन की बात कार्यक्रम का साक्षी बना है। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो पूरी तरह से ग़ैर राजनीतिक है, पूरी तरह जनता को समर्पित है, पूरी तरह समाज कल्याण व जनउत्थान को समर्पित है।
उन्होने कहा कि आज मन की बात के 100वें एपिसोड के साथ ही इस कार्यक्रम के नौ वर्ष पूरे हो गए हैं। ठाकुर ने मन की बात कार्यक्रम पर कुछ विशेष तथ्य सामने रखते हुए कहा कि 100 करोड़ से ज्यादा ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कभी ना कभी मन की बात को अवश्य देखा है या सुना है।
मन की बात को देश भर में 22 भाषाओं और 29 बोलियों में प्रसारित किया जाता है। विदेशी भाषाओं में भी इसे दिखाया जाता है। दुनिया भर के 100 देशों में हमारे ऑल इंडिया रेडियो की पहुँच है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम देश के दूर सुदूर क्षेत्रों व अंतिम व्यक्ति की बात को देश के कोने कोने तक पहुंचाने का एक अद्भुत प्लेटफार्म है।
‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान हो, स्वच्छ भारत अभियान हो, सेल्फ हेल्प ग्रुप के द्वारा महिलाओं को आगे बढ़ाने की बात हो, खिलाड़ियों की बात हो या अंगदान जैसे महान मुहिम की बात हो, इन सभी को जन जन तक पहुंचाने का काम मोदी जी ने मन की बात कार्यक्रम के द्वारा किया है। यह लोगों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
एक सशक्त भारत के निर्माण की दृष्टि को आगे बढ़ाते हुए, मन की बात मानवीय, राष्ट्र की राष्ट्रीय और वैश्विक सफलताओं को उजागर करने पर केंद्रित है। ठाकुर ने मन की बात कार्यक्रम के विशेष सर्वे का जिक्र करते हुए कहा कि एक सर्वे में दिखाया गया है कि कैसे इससे लोगों के व्यवहार में परिवर्तन आया, कैसे उनमें राष्ट्र निर्माण की भावना प्रज्वलित हुई।
मन की बात की प्रेरणा से जन अभियान व जन आंदोलन कैसे खड़े हुए, यह भी हमें पता चलता है। देश की जनता की तरफ से मैं प्रधानमंत्री मोदी का आभार प्रकट करता हूं। आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है, यह क्रम यूँ ही अनवरत चलता रहेगा, देश को प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन वर्षों वर्षों तक मिलता रहेगा।