यूपी (मानवी मीडिया) कोरोना संक्रमण के बीच सोमवार को टीम 9 बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को अलर्टनेस बढ़ाने पर निर्देश दिए। सभी 75 जिलों में कोविड डेडिकेटेड अस्पताल शुरू करने के निर्देश दिए। संक्रमित मरीजों को जरूरत के अनुसार भर्ती कर इलाज करने की बात कही। जांच बढ़ाने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए।
कोरोना से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश में सभी संसाधन हैं। देश में बढ़ते केस को देखते हुए तत्काल सभी 75 जिलों में कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल चिह्नित किए जाएं। पिछले साल बनाए गए सभी ऑक्सीजन प्लांट एक्टिव किए जाएं।
अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों को उपलब्ध कराए गए वेंटिलेटर एक्टिव हों। पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती हो। जहां वेंटिलेटर हो वहां एनेस्थेटिक की तैनाती जरूर की जाए। कोविड के साथ-साथ इन्फ्लूएंजा के संदिग्ध मरीजों की निगरानी की जाए। आगामी 11-12 अप्रैल को पूरे प्रदेश में अस्पतालों में मॉक ड्रिल करते हुए अपनी तैयारियों की परख की जाए।
कोविड टेस्टिंग बढ़ाए जाने की जरूरत
पिछले 7 दिनों में प्रदेश में लगभग 2 लाख 20 हजार टेस्ट किए गए और 265 कोविड पॉजिटिव मरीज पाए गए। प्रदेश में प्रति 10 लाख की आबादी पर 1 कोविड पॉजिटिव मरीज है। वर्तमान में 262 एक्टिव केस हैं। किसी की स्थिति गंभीर नहीं है। सभी होम आइसोलेशन में हैं। वर्तमान में देश में किए जा रहे कुल कोविड टेस्ट का 35-40% टेस्ट उत्तर प्रदेश में हो रहा है। CM ने कहा कि सतर्कता और सुरक्षा के दृष्टिगत इसे और बढ़ाए जाने की जरूरत है।
बैठक में ये सामने आया कि बीते सप्ताह लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में सर्वाधिक केस मिले हैं। यहां विशेष सतर्कता की जरूरत है। लखीमपुर के एक विद्यालय में पॉजिटिव पाए गए सभी लोगों की स्थिति ठीक है। सभी को क्वारंटाइन किया गया है।
पब्लिक प्लेस पर मास्क लगाकर ही जाएं
सबसे ज्यादा टीकाकरण उत्तर प्रदेश में हुआ है। ऐसे में किसी बड़े खतरे की आशंका नहीं है। आगामी दिनों के मंदिरों और अन्य धर्मस्थलों में लोगों का आना-जाना बढ़ेगा। ऐसे में संक्रमण बढ़ने की संभावना हो सकती है। ऐसे में गंभीर रोग से ग्रस्त, बुजुर्ग भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आने-जाने से बचें। यदि जाते हैं तो मास्क लगाकर ही जाएं। इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जाएं। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए।