कानपुरः (मानवी मीडिया) यूपी के कानपुर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। कानपुर में नौकरी और बेहतर जिंदगी देने का लालच देकर लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा था। पुलिस ने फ्लैट से बड़ी मात्रा में प्रचार सामाग्री बरामद की है। इसके साथ ही ताइवान की भाषा में भी कुछ पुस्तकें मिली हैं। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को अरेस्ट किया है। जिसमें एक अपने आप को उत्तराखंड के चमोली का रहने वाला बता रहा है। वहीं दूसरा खुद को थर्ड जनरेशन क्रिश्चियन बता रहा है।
चकेरी थाना क्षेत्र स्थित श्यामनगर में किराए का फ्लैट का लेकर एक शख्स रह रहा था। स्थानीय लोगों ने चकेरी थाने में शिकायत की थी, कि फ्लैट से धर्मांतरण का कार्य किया जा रहा है। इस सूचना पर चकेरी थाने की फोर्स मौके पहुंची थी। पुलिस ने फ्लैट से लैपटॉप, कम्प्यूटर, धर्म परिवर्तन की बड़ी मात्रा में प्रचार सामाग्री बरामद की गई है। पुलिस ने दो आरोपियों के साथ चार ऐसे लोगों से भी संपर्क किया जो धर्मांतरण के लिए तैयार किए गए थे। पुलिस इनके फंडिंग के कनेक्शन को भी खंगाल रही है।
ताइवान की भाषा में मिली संदिग्ध सामाग्री
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंनदेव तिवारी ने बताया कि यह बड़ा मामला है। एक व्यक्ति लेकर फ्लैट लेकर रह रहा था। वो अपने आप को उत्तराखंड के चमौल का मूल निवासी बता रहा है। जिस तरह के डॉक्यूमेंट्स मिले हैं, उसमें ताइवान की भाषा में कुछ चीजे दिख रही हैं। इससे लगता है कि और डिटेल के लिए जांच की जरूरत है। इस फ्लैट में यह लोग रहते थे, यहां पर धर्म परिवर्तन का कार्य प्रलोभन, नौकरी और बेहतर जीवन शैली के नाम पर करा रहे थे।
दो लाख रुपए महीने का खर्च है
उन्होने बताया कि हमें चार ऐसे लोग मिले हैं, जिन्होने अभी धर्म ज्वाइन नहीं किया था। दो ऐसे लोग हैं हमारे पास जिसमें से एक सोंच से अपने आप को क्रिस्चियन बता रहे हैं। दूसरे बाहर के रहने वाले हैं, जो यहां पर फ्लैट लेकर सभी तरह की एक्टिविटीज को ऑपरेट कर रहे थे। इनके महीने का खर्च दो लाख रुपए से ऊपर का है। इनकी यहां पर कोई लोकल इंकम ऑफ सोर्स नहीं है। प्रथम दृष्टया यहां पर देखकर लग रहा है कि एक संगठित कार्य किया जा रहा था। एक एनजीओ के माध्यम से ऑपरेट किया जा रहा है।
रिमांड पर लेकर करेगी पूछताछ
हमारी पुलिस टीम इनको रिमांड में लेकर पूछताछ करेंगे, जिससे बाकी की डिटेल सामने आ सके। अभी फिलहाल दो लोगों को अरेस्ट किया गया है। एक बाहर के हैं, जिन्होने यहां पर फ्लैट लिया था। इन्होने फ्लैट से अपने प्रचारतंत्र की व्यवस्था शुरू की थी। दूसरा जो अपने आप को थर्ड जनरेशन क्रिश्चियन कह रहे हैं, लोकल के है और पूरी तरह से सपोर्ट कर रहे थे। इनके खिलाफ धर्म परिवर्तन विधयक के तहत विधिक कार्रवाई कर रहे हैं।