लखनऊ (मानवी मीडिया) कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सोमवार को लखनऊ में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी सहित अन्य मुददों के खिलाफ नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत झंडे और तख्तियां लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के लिए पार्टी मुख्यालय से राजभवन की ओर बढ़ना करना शुरू किया, लेकिन बड़ी संख्या में तैनात पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिसके कारण हंगामा हो गया. राजभवन की ओर बढ़ने से रोके जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और सरकार विरोधी नारे लगाए.
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''इस भाजपा सरकार ने लोगों की आवाज को कुचलने के लिए पुलिस की मदद ली है. उन्होंने हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पकड़ कर उन्हें बीच में ही रोक दिया है और उन्हें बसों में डालकर उन्हें एक अज्ञात स्थान पर ले जा रहे हैं.'' कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए थे और पार्टी मुख्यालय के पास अवरोधक लगा दिए गए थे. हालांकि सुबह से ही बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता वहां जमा हो गए थे.
यह आरोप लगाते हुए कि रविवार से ही पार्टी कार्यकर्ताओं को राजभवन तक पहुंचने से रोकने के लिए बड़े पैमाने पर बैरिकेडिंग की गई थी, अपने आधिकारिक हैंडल से यूपी कांग्रेस ने एक ट्वीट में कहा गया, ''अभी 13 मार्च की सुबह भी नहीं हुई कि बाबा ने प्रदेश मुख्यालय की चारो ओर से बैरिकेडिंग करा दी. जैसे कोई आपराधिक घटना घटित होने को हो. आवाम की आवाज़ उठाना हमारा संवैधानिक अधिकार है. फ़िर ऐसा क्यों? यह तानाशाही नहीं तो और क्या है? ख़ैर! तानाशाही के रुझान आने शुरू हो गए हैं....''
किसान की हालत अत्यंत दयनीय है
प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने जबरदस्ती कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बसों में बैठाया, लेकिन उनकी व्यवस्था कम हो गई और अधिक बसें मंगवानी पड़ीं. खाबरी ने शनिवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से कहा था कि आंकड़े बता रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में अन्याय और अत्याचार का ग्राफ बढ़ा है.
उन्होंने दावा किया था कि सरकार पूरी तरह सोयी हुई है, जनता के पैसे को सरकार अपने उद्योगपति मित्रों को लुटा रही है, सरकार के संरक्षण में विश्वविद्यालयों में बैठे कुलपति भ्रष्टाचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भाजपा सरकार के भ्रष्टाचारी और जनविरोधी चेहरे को बेनकाब करने के लिए पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में रहकर अहिंसात्मक प्रदर्शन करेगी और इस बार पुलिस की बैरीकेड भी कांग्रेस का राजभवन घेराव नहीं रोक पायेगी.