उत्तर प्रदेश (मानवी मीडिया) मिशन निरामया के आगाज के साथ मेंटरशिप प्रोग्राम की लॉन्चिंग भी हो गई हैं। 'लीडिंग द चार्ज: यूपी मिशन निरामया इन्नोवेट्स टू ट्रांसफॉर्म फ्यूचर हेल्थ केयर वर्कफोर्स' नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
गोमतीनगर के एक निजी होटल में स्टेट मेडीकल फैकल्टी के सचिव डॉ. आलोक कुमार और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार की मौजूदगी में इसका औपचारिक शुभारंभ हुआ।
इस दौरान एक्सपर्ट्स ने बताया कि यूपी ने वन डिस्ट्रिक्ट - वन मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य को पाने के लिए प्रोफेशनल नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टॉफ की जरूरत हैं। इसको पूरा करने के लिए सीएम योगी ने 8 अक्टूबर 2022 को प्रदेश में मिशन निरामया की शुरुआत की गई थी।
इस पहल से होगा बड़ा बदलाव
इस मिशन निरामया में 6 पहल हैं। जिनमें संस्थाओं के लिए रेटिंग तंत्र, शिक्षण और लर्निंग की क्वालिटी सुधारने के लिए मेंटरशिप प्रणाली, एम्प्लॉयर्स के साथ मजबूत साझेदारी, स्कूलों से काबिल स्टूडेंट्स को इस प्रोफेशन के प्रति आकर्षित करने के लिए प्रयास, प्रवेश और लाइसेंटिएट परीक्षाओं के लिए कड़ी मानक तैयार करना हैं। इसके अलावा एक निष्पक्ष ढांचा तैयार कर सभी गतिविधियों को सपोर्ट करते हुए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाना ही शामिल है I
ट्रेनिंग के लिए 12 संस्थानों का चयन के
मेंटरिंग कार्यक्रम के पहले चरण में, भारतीय नर्सिंग परिषद ने चयनित 12 संस्थाएं मेंटर के रूप में चयनित की गई। दिसंबर 2022 में यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी और उसके तकनीकी साथी झपीएगो द्वारा प्रभावी शिक्षण, प्रदर्शन और मेंटरशिप कौशलों पर 5-दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया। अब ये संस्थाएं 47 नयी मेंटी संस्थाओं को मेंटर करेंगी ताकि वे अपनी क्षमता में सुधार कर स्वास्थ्य सेवाओं के कार्यबल के गुणवत्ता को बढ़ा सकें।
इन पर रहेगा फोकस
मिशन निरामया के मूल्य गु क्वालिटी, एक्सेसिबिलिटी, एम्पावरमेंट, इनोवेशन, इंटीग्रिटी, कोलैबोरेशन पर केंद्रित हैं। यह नर्सिंग और पैरामेडिकल करियर को बेहतर बनाने और वर्तमान शिक्षण पद्धति में सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों को शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस मकसद से हुई हैं शुरुआत
मिशन निरामया का उद्देश्य संस्थाओं के मानकों में बदलाव लाना हैं। जहां एक सेट के मेंटर संस्थाएं मेंटी संस्थाओं की मदद करेंगी ताकि वे अपने शिक्षण मानकों को मजबूत कर सकें और उत्तर प्रदेश को नर्सिंग और पैरामेडिकल शिक्षा में एक ग्लोबल हब के रूप में स्थापित किया जा सके और उच्च कौशल वाले और वर्ल्ड क्लास प्रोफेशनल तैयार हो सके।
यह रहे मौजूद
इस दौरान मुख्य अतिथि आलोक कुमार, मेडिकल एजुकेशन, यूपी सरकार और डॉ. टी. दिलीप कुमार, भारतीय नर्सिंग परिषद, नई दिल्ली, मिस अचला, एडीजी, नर्सिंग भारत सरकार और डॉ. दीपिका खाखा, नर्सिंग सलाहकार भारत सरकार शामिल रही। इस कार्यक्रम में मुख्य मेडिकल पेशेवरों, मेडिकल संस्थानों, स्वास्थ्य विभागों और महत्वपूर्ण समुदाय के महत्वपूर्ण सदस्यों की भी उपस्थिति थी।