पटना (मानवी मीडिया): बिहार में नौकरी के बदले जमीन घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 15 से अधिक स्थानों पर छापे मारे जाने के एक दिन बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अब राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को तलब किया है। सीबीआई ने अभी तक विकास पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। कहा जा रहा है कि लैंड फॉर जॉब और आईआरटीसी टेंडर घोटाला में तेजस्वी यादव के खिलाफ सबूत मिले हैं। तेजस्वी यादव जांच एजेंसी द्वारा भेजे जा रहे समन के बावजूद हाजिर नहीं हो रहे हैं। इससे यह मैसेज जा रहा है कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी शराब घोटाला मामले में इस आधार पर ही गिरफ्तार किया गया था कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
रेलवे की नौकरी के बदले जमीन, मामले में शुक्रवार को तेजस्वी यादव की दिल्ली वाले घर में ED की रेड हुई है। दावा किया जा रहा है कि तेजस्वी यादव की दिल्ली की फ्रेंड्स कॉलोनी वाले घर से 53 लाख रुपये नकद, 1900 अमेरिकी डॉलर, 1.5 किलोग्राम सोने की ज्वैलरी ED को मिला है। इसके बाद तेजस्वी यादव से जांच एजेंसी ने इसके बावत सवाल किए हैं और पूछा है कि इतनी बड़ी मात्रा में पैसे कहां से आए। उनसे सोने-चांदी के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। अब तेजस्वी यादव अगर नगदी और गहने के बारे में जांच एजेंसी को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं तब उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है।
सीबीआई ने तेजस्वी यादव को जमीन के बदले नौकरी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। सीबीआई ने डिप्टी सीएम को दूसरा समन भेजा है। इससे पहले 4 फरवरी को भी तेजस्वी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। तब तेजस्वी यादव ने विधानसभा सत्र का हवाला देकर हाजिर होने से इंकार कर दिया था। इस दौरान वह दिल्ली जाते रहे। इसके बाद उन्हें 11 मार्च को हाजिर होने के लिए समन भेजा है। तेजस्वी यादव ने पत्नी राजश्री के स्वास्थ्य का हवाला देकर जाने से इंकार कर दिया है। राजश्री घंटो तक हुई पूछताछ के बाद बेहोश हो गई थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।