लखनऊ (मानवी मीडिया) उम्र बढ़ने के साथ बहुत से लोगों में सुनने की क्षमता कम होती जा रही है। यदि समय रहते कानों के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया गया, तो समय बीतने के साथ ही स्थिति खराब हो सकती है। उन युवा लोगों को भी विशेष सावधान रहने की जरूरत है, जो लगातार कान में लीड लगाकर फोन पर बात करते हैं और गाने सुनते हैं। विशेषज्ञों की माने तो तेज ध्वनि के साथ कान में लीड लगाकर गाने सुनने से इसका सीधा असर कानों की श्रवण शक्ति पर पड़ता है। ऐसे में कानों के स्वास्थ्य पर लोगों को जागरुकता लाने की दृष्टि से 3 मार्च के दिन विश्व श्रवण दिवस मनाया जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वर्ष की थीम दी है कि सभी के लिए कान और सुनने की देखभाल। इसी के तहत डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर निशुल्क श्रवण जांच और रोगी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम का आयोजन लोहिया संस्थान के ईएनटी विभाग और पीएमआर विभाग की तरफ से किया जा रहा है। इस निशुल्क जांच शिविर में आये लोगों के श्रवण क्षमता की जांच कर उन्हें चिकित्सकीय परामर्श दिया जायेगा । लोहिया संस्थान प्रशासन की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 12 वर्ष की आयु तक जिन बच्चों को सुनने में कठिनाई होती है, वह लोहिया संस्थान स्थित ईएनटी ओपीडी में जाकर अपनी सुनने की क्षमता की जांच करा सकते हैं। श्रवण हानि के सुधार के लिए विभिन्न निवारक और चिकित्सीय उपायों के बारे में भी उन्हें सलाह दी जाएगी।