स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक सक्रिय मामलों में वृद्धि के साथ इनकी संख्या बढ़कर 10,300 हो गयी है। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 4,47,05,952 हो गयी है। वहीं मृतकों की संख्या चार बढ़कर 5,30,837 हो गयी है। इसी अवधि में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 932 बढ़कर 4,41,64,815 पर पहुंच गया है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात में सक्रिय मामलों की संख्या में सर्वाधिक 168 की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, महाराष्ट्र में 161, केरल में 160, कर्नाटक में 109 , उत्तर प्रदेश में 62 , दिल्ली में 57 , हरियाणा में 39 , गोवा में 22, राजस्थान में 15, पंजाब में 14, केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में नौ, आन्ध्र प्रदेश में आठ, बिहार में छह, हिमाचल प्रदेश और झारखंड में पांच-पांच, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में तीन-तीन, असम में दो, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में क्रमश: एक-एक सक्रिय मामले बढ़े हैं तथा चंडीगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में क्रमश: एक-एक मरीज की कोरोना से मौत हुई है। उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना के मामले बढ़ने से सतर्क मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में एहितयात बरतने और टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने सोमवार को टीम-09 की बैठक में प्रदेश में कोविड-19 और इन्फ्लुएंजा की स्थिति की समीक्षा की। उन्होने कहा कि पिछले सात दिनों में करीब दो लाख 20 हजार टेस्ट किए गए और 265 कोविड पॉजिटिव मरीज पाए गए। प्रदेश में प्रति 10 लाख की आबादी पर 01 कोविड पॉजिटिव मरीज है। वर्तमान में 262 एक्टिव केस हैं और किसी की स्थिति गंभीर नहीं है। सभी घर पर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। वर्तमान में देश में किए जा रहे कुल कोविड टेस्ट का 35-40 फीसदी टेस्ट उत्तर प्रदेश में हो रहा है। सतर्कता और सुरक्षा के दृष्टिगत इसे और बढ़ाए जाने की जरूरत है।
उन्होने कहा कि पिछले सप्ताह लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में सर्वाधिक केस मिले हैं। यहां विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। लखीमपुर के एक विद्यालय में पॉजिटिव पाई गई सभी लोगों की स्थिति ठीक है। सभी को क्वारेन्टीन किया गया है। इनके स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश कोविड टीकाकवर से सुरक्षित है। सर्वाधिक टीकाकरण उत्तर प्रदेश में हुआ है। ऐसे में किसी बड़े खतरे की आशंका न्यून है। आगामी दिनों के मंदिरों व अन्य धर्मस्थलों में लोगों का आवागमन बढ़ेगा। ऐसे में संक्रमण प्रसार की संभावना हो सकती है। ऐसे में गंभीर रोग से ग्रस्त, वृद्धजन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आवागमन से यथासंभव बचने का प्रयास करें। यदि जाएं तो मास्क लगाकर ही जाएं। इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए।