लखनऊ (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश ओलपिंग संघ की नयी कार्यकारिणी में खेलकूद में दिलचस्पी लेने वाले सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को बतौर चेयरमैन शामिल किया गया है। गोमतीनगर स्थित बीबीडी यूपी बैडमिंटन अकादमी में रविवार को वार्षिक सामान्य सभा की बैठक में अगले चार साल की कार्यकारिणी के हुए चुनाव संपन्न हुये जिसमें प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और यूपी वालीबाल संघ के अध्यक्ष बृजेश पाठक को सर्वसम्मति से चेयरमैन चुन लिया गया।
इसके अलावा कार्यकारिणी में कोई विशेष बदलाव नहीं किया गया है। उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के चेयरमैन विराज सागर दास को फिर से अध्यक्ष चुना गया है जबकि डा. आनन्देश्वर पाण्डेय पुन : महासचिव निर्वाचित किया गया है। इसके अलावा आईएएस डा.नवनीत सहगल को कार्यकारी अध्यक्ष और आईएएस संजय प्रसाद वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया है वहीं डा. सैयद रफत जुबैर रिजवी को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
चुनाव परिणाम की घोषणा रिटर्निंग ऑफिसर डीसी मिश्रा (रिटायर्ड आईपीएस) ने की। यूपीओए की कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्यों के चुनाव में खिलाड़ियों से ज्यादा प्रशासनिक अधिकारियों और राजनीतिक हस्तियों को तरजीह दी गयी है। उपाध्यक्ष के पद पर श्याम सिंह यादव (सांसद), सुधीर गर्ग (आईएएस), डा.एस एम बोबड़े (आईएएस), वागीश पाठक (एमएलसी), के. रविंद्र नायक (आईएएस),शबीना यादव (अध्यक्ष यूपी भारत्तोलन संघ-महिला), सुधीर हलवासिया, राम सकल गुर्जर (पूर्व खेल मंत्री), संजय गर्ग, अभिजीत सरकार, धीरेंद्र सिंह सचान (आईएएस), विजय बहादुर पाठक (एमएलसी) को चुना गया है।
संयुक्त सचिव सुधर्मा सिंह, अजय त्रिपाठी, अनिल मिश्रा, पुनीत अग्रवाल, राजेश कुमार सिंह, टीपी हवेलिया व सुश्री स्वाति सिंह (महिला अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी) चुने गए है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भरोसा दिलाते हुये कहा “यूपीओए की नई टीम प्रदेश में खेलों को आगे बढ़ाने के लिए नई ऊर्जा व नई लगन के साथ काम करेगी। इसके साथ ही खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में यूपी के अच्छे प्रदर्शन के लिए अभी से तैयारी कर रहे है। हम उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ की इकाई ब्लाक स्तर तक ले जाने के लिए काम करेंगे ताकि यूपी की प्रतिभाओ को एक बड़ा प्लेटफार्म मिले।”
कार्यकारी अध्यक्ष चुने गये डा.नवनीत सहगल ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार खेल व खिलाड़ियों के विकास के लिए सतत प्रयासरत है। नयी खेल नीति जल्द ही सार्वजनिक की जायेगी। अभी हमारा ध्यान यूनीवर्सिटी गेम्स की मेजबानी पर है जो प्रदेश को खेल के क्षेत्र में एक नयी दिशा देगा। प्रदेश से लेकर ग्राम स्तर तक 5000 खेल मैदान व मूलभूत सुविधाओ के साथ विकसित किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर निष्क्रिय पड़े खेल संघों को सक्रिय किया जायेगा और इस दिशा में निर्देशों की अनदेखी करने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जा सकता है।